गोरखपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में नौकरी दिलाने के नाम पर 100 से अधिक के साथ 35 लाख रुपये की ठगी करने वाली सरगना समेत चार महिलाओं को खारोबार थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सभी को महिला थाने में रखा गया है। शनिवार यानी आज पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश करेगी।
यह है मामला
नवम्बर 2021 में मीरा श्रीवास्तव पत्नी सुनील जायसवाल शाहपुर थाना क्षेत्र के दरगहिया में किराए पर रहती थी और रेडीमेड कपड़े का व्यवसाय करती थी। एम्स में कार्यरत चिकित्सक से जान पहचान होने का झांसा देकर नौकरी दिलाने के नाम पर मीरा ने खोराबार, मोतीराम अड्डा, गीड़ा , गुलरिहा , कुशीनगर, झंगहा, रजही के रहने वाले 100 से अधिक लोगों 35 लाख रुपये की जालसाजी की थी
ऐसे पकड़ी गईं आरोपित महिलाएं
मुकदमा दर्ज होने के बाद शहर छोड़कर फरार हो गई। खोराबार पुलिस ने मीरा को शुक्रवार की सुबह प्रयागराज में पकड़ लिया और रात को लेकर गोरखपुर आई। पूछताछ के बाद ठगी में शामिल मंजू शर्मा, मंजू गौड़ व रमावती नाम की तीन अन्य महिलाओं को पुलिस ने पकड़ा। प्रभारी निरीक्षक खोराबार नरेंद्र सिंह ने बताया कि एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाली चारों महिलाओं को पकड़ा गया है।
लूट के 11 मोबाइल के साथ तीन बदमाश गिरफ्तार
गीडा थाना पुलिस ने मोबाइल लूट के आरोप में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में एक नाबालिग भी शामिल है। लूटेरों के पास से लूट के 11 मोबाइल, एक तमंचा और एक बाइक बरामद हुई है।
पुलिस बोली
प्रभारी निरीक्षक गीडा राहुल सिंह ने बताया कि क्षेत्र के हाइवे और गांवों से मोबाइल लूट होने को लेकर जांच की जा रही थी। मुखबिर से सूचना मिली कि लूट करने के आरोपित युवक हाइवे पर घूम रहे है और कहीं घटना को अंजाम देने वाले हैं। शनिवार की देर रात को कालेसर जीरो प्वाइंट के पास एक बाइक पर सवार होकर दो युवक और एक नाबालिग जा रहे थे। पुलिस के रोकने पर भागने लगे, लेकिन दौड़ा कर पकड़ लिया गया। तलाशी के दौरान आरोपितों के पास लूटे गए ग्यारह मोबाइल, एक तमंचा, एक कारतूस तथा एक पल्सर बाइक बरामद की गई है। आरोपितों में खजनी थाने के पिपरा गंगा का कन्हैया निषाद सिसवा निवासी प्रिन्स मिश्रा व नाबालिग शामिल है। तीना अस्थायी रूप से गीडा के कलेसर में रहते हैं।