सेहतमंद रहने के लिए एक अच्छी नींद बेहद जरूरी होती है। लेकिन अगर आप पर्याप्त नींद नहीं ले रहे हैं तो इससे आपकी फिटनेस पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। तो चलिए जानते हैं खराब नींद से फिटनेस पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में-
दुनिया के कई बेहतरीन एथलीट्स का यह कहना है कि एक अच्छी नींद उनकी ट्रेनिंग रूटीन का एक जरूरी हिस्सा है। अच्छी नींद उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करती है। उदाहरण के लिए, सेरेना विलियम्स हर रात आठ घंटे की नींद लेने की कोशिश करती हैं। जबकि एनबीए स्टार लेब्रोन जेम्स रोजाना रात में आठ से दस घंटे का लक्ष्य रखते हैं। वहीं, एनएफएल के दिग्गज टॉम ब्रैडी का कहना है कि वह जल्दी सो जाते हैं और कम से कम नौ घंटे की नींद लेते हैं। इससे यह पता चलता है कि फिट रहने के लिए एक अच्छी नींद बेहद जरूरी है।
यह कोई नई बात नहीं है। नींद हमारे शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बेहद जरूरी होती है। लेकिन नींद सिर्फ एथलीट्स ही नहीं, बल्कि शौकिया जिम करने वालों के लिए भी बेहद जरूरी होती है। तो चलिए जानते हैं कैसे एक अच्छी नींद लेकर आप अपने फिटनेस गोल्स को पूरा कर सकते हैं।
एरोबिक फिटनेस
अपनी एरोबिक फिटनेस में सुधार करने के लिए व्यायाम बहुत अच्छा विकल्प है। इसकी मदद से न सिर्फ एरोबिक क्षमता, बल्कि आपकी एफिशिएंसी में भी सुधार करता है। एक अच्छी एरोबिक फिटनेस में शरीर के माइटोकॉन्ड्रिया का अहम योगदार होता है। लेकिन कई रिसर्च में यह सामने आया है कि खराब नींद की वजह से माइटोकॉन्ड्रिया के कार्य करने की क्षमता कम होती है। इसलिए बेहतर होगा कि एरोबिक फिटनेस में सुधार के लिए आप एक अच्छी नींद जरूर लें।
मांसपेशी का विकास
अगर आप अपनी मांसपेशियों का विकास करना चाहते हैं, तो इसके लिए भी नींद बेहद जरूरी है। मसल्स का विकास तब होता है,जब मसल स्ट्रक्चर में नए प्रोटीन जुड़ते हैं। इस प्रक्रिया को मसल्स प्रोटीन सिन्थसिस कहा जाता है। यह प्रक्रिया व्यायाम और भोजन करने से होती है। लेकिन अगर आप पूरी नींद नहीं ले रहे हैं, तो पोषक तत्वों के सेवन के बाद भी शरीर में मसल्स प्रोटीन सिन्थसिस की प्रक्रिया कम होती है। इससे यह पता चलता है कि खराब नींद शरीर के लिए मांसपेशियों के विकास में बाधा बन सकती है।
एनाबॉलिक हार्मोन
हार्मोन्स एक तरह के केमिकल मैसेंजर होते हैं, तो पूरे शरीर में कई तरह के कार्यों जैसे टीशू के ग्रोथ और डेवलपमेंट में योगदान करते हैं। इस निर्माण प्रक्रिया में शामिल हार्मोन्स को “एनाबॉलिक” हार्मोन कहा जा सकता है। नींद के दौरान हमारे शरीर में टेस्टोस्टेरोन और ग्रोथ हार्मोन रिलीज होते हैं, लेकिन अगर आप 5 या उससे कम घंटे की नींद लेते हैं, इससे शरीर में इन हार्मोन्स के स्तर में कमी आती है।
- सोने से पहले ऐसी चीजें करें जो आपको आराम करने में मदद करें जैसे कि किताब पढ़ना या आराम करने वाला संगीत सुनना।
- सोने से पहले हॉट शावर फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि नहाने के बाद शरीर के तापमान में गिरावट आपको जल्दी सोने में मदद कर सकती है।
- रात में रोशनी के संपर्क में आने से नींद की गुणवत्ता कम हो सकती है, इसलिए जितना हो सके रोशनी को कम करने की कोशिश करें।
- कमरे को ठंडा रखें, लेकिन ज्यादा ठंडा नहीं। बहुत अधिक गर्म या बहुत ठंडा वातावरण नींद की गुणवत्ता को बाधित कर सकता है।
- शोध से पता चलता है कि नींद की गुणवत्ता के लिए शारीरिक गतिविधि फायदेमंद होती है, इसलिए अपनी रूटीन में कुछ व्यायाम या शारीरिक गतिविधि को शामिल करने का प्रयास करें।
- अपने सोने और जागने का एक निश्चित शेड्यूल बनाएं। यह आदत आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार से जुड़ी हुई है।