गाजर और चुकंदर दो ऐसी सब्जियां है जो पोषक तत्वों का खजाना मानी जाती हैं। इन्हें पीने से सेहत से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है। इनकी कांजी बनाकर पीने से इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है जिसस बीमारियों से बचाव होता है। जानें गाजर और चुकंदर से बनी कांजी के फायदे और बनाने के तरीके।
गाजर और चुकंदर से बनने वाली कांजी एक तरह की फर्मेंटेड प्रोबायोटिक ड्रिंक है, जो सेहत से भरपूर होने के साथ-साथ टेस्ट में भी लाजवाब होती है। वैसे भी, गाजर और चुकंदर बहुत सारे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। यही वजह है कि इससे बनने वाली कांजी का खट्टा-मीठा स्वाद हमारे मुंह का स्वाद बनाए रखने के साथ-साथ आंतों के स्वास्थय को बनाए रखने में भी सहायक होते हैं।
इसका इस्तेमाल आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। जिससे हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम इंप्रूव होता है और गट हेल्थ को भी स्वस्थ्य बनाए रखने में आसानी होती है। गाजर और चुकंदर से बनने वाली कांजी हमारे शरीर में होने वाले बहुत सारे रोगों को दूर करने में भी मदद करती है। इस तरह इसे पीने से हमें अनेकों लाभ की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं इनके बारे में।
गाजर और चुकंदर से बनने वाली कांजी से होने वाले लाभ-
पोषण से भरपूर
गाजर बीटा कैरोटीन और विटामिन-ए, सी ,के और जिंक से भरपूर होता है। वहींं चुकंदर एंटी ऑक्सीडेंट और विटामिन-सी से भरपूर होता है। इससे बनने वाली कांजी पोषक तत्वों का खजाना है।
इम्यून सिस्टम मजबूत बनती है
इसके सेवन से हमारे शरीर में इम्यून सिस्टम मजबूत बनती है, जिसकी वजह से हम बदलते मौसम या किसी तरह के इन्फेक्शन से बचे रहते हैं और बीमार कम पड़ते हैं।
पाचन बेहतर होता है
इस ड्रिंक को पीने से हमारा पाचन तंत्र मजबूत होता है, जिससे हमें पेट से जुड़ी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
एनर्जी लेवल बढ़ता है
गाजर और चुकंदर की कांजी ड्रिंक का सेवन, हमें पूरे दिन, एनर्जेटिक बनाए रखने वाली होती है।
सूजन रोधी गुण होता है
इस कांजी में सूजन रोधी गुण होते हैं, जिसके सेवन से हमारे शरीर में होने वाले सूजन को कम करने में आसानी होती है। साथ ही, इसके कुछ दिनों तक लगातार सेवन से यूरिन इन्फेक्शन को भी दूर होती है।
वजन नियंत्रण में रहता है
इस ड्रिंक को पीने से वजन नियंत्रण में रहता है साथ ही मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है।
कांजी बनाने की विधि-
इसे बनाने के लिए पानी को ऊबाल लें, और गाजर और चुकंदर को छोटे टुकड़ों में काट लें। इसके बाद पानी जब ठंडा हो जाए तो इसे किसी ग्लास जार में डाल दें और फिर इसमें गाजर और चुकंदर के टुकड़ों को भी डाल दें इसमें जीरा और काला नमक, सरसों पाउडर को डालकर किसी मलमल के कपड़े से ढक कर रख दें। बीच बीच में इसे चलाएं 4-5 दिन बाद इसे चखकर देखें अगर ये खट्टा हो गया है तो इसका मतलब है कि कांजी तैयार है।