बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि वह जल्द शादी करने जा रहे हैं। चमत्कार के दावों और इसे दी गई चुनौती को लेकर सुर्खियों में आए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि देश में बहुत से संत गृहस्थ रहे हैं और भगवान भी गृहस्थ में अवतरित हुए। शास्त्री ने कहा कि वह गुरु की इच्छा के मुताबिक ब्रह्मचर्य के बाद गृहस्थ आश्रम में प्रवेश करने जा रहे हैं। बागेश्वर धाम के प्रमुख ने रामचरितमानस की प्रतियां जलाए जाने की निंदा करते हुए कहा है कि हिंदुओं में फूट डालकर राज करने की कोशिश की जा रही है।
एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में धीरेंद्र शास्त्री से शादी को लेकर सवाल किया गया कि सोशल मीडिया पर खूब चर्चा चल रही है, वह कब ऐसा करने जा रहे हैं? हंसते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ‘बहुत जल्द करने जा रहे हैं। बहुत से ऐसे महात्मा हुए जो गृहस्थ थे। भगवान भी गृहस्थ में ही प्रकट होते हैं। पहले ब्रह्मचर्य, फिर गृहस्थ फिर वानप्रस्थ और फिर संन्यास की ओर बढ़ेंगे, ऐसा मेरे गुरु का आदेश है। बहुत जल्द करने वाले हैं। हम सबको कहेंगे कि सबको आना है। लेकिन इतने लोगों को बुला भी नहीं सकते हैं, कौन संभालेगा। इसलिए सबको लाइव दिखा देंगे, बहुत जल्द विवाह होगा।’
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि सनातन की क्रांति आ चुकी है और भारत हिंदू राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है। रामचरितमानस की प्रतियां जलाए जाने पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ‘यह घोर निंदनीय है। इसके पीछे लंबी साजिश है। हमने प्रत्येक सनातनी से प्रार्थना कि है कि इनको मजा चखाना पड़ेगा। इसमें वामपंथी, सनातन विरोधी हैं, जो भगवान राम का सबूत मांगते थे, वे सब इसमें शामिल हैं। उनकी नीति है कि हिंदुओं को लड़वाया जाए। हिंदुओं में फूट डालो और राज करो। इसलिए मैं कह रहा हूं कि उन्हें भारत में रहने का अधिकार नहीं है।’
शास्त्री ने कहा किॉ राजगद्दी पर बैठा हुआ हर नेता चाहें वह मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, सांसद या विधायक हों, उस के पूर्व वे सनातनी हैं, पद पर बैठे हुए भी सनातनी हैं, और पद के बाद रहेंगे, इसलिए उस लाइन को भूल जाना यानी अपने पिता को भूल जाने जैसा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के लिए यह कालखंड बहुत अच्छा है। धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों बागेश्वर धाम में एक बड़े यज्ञ की तैयारी में जुटे हैं, जिसका आयोजन 13 से 19 फरवरी के बीच मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित आश्रम में होने जा रहा है।