जानिए इन राज्यों में अगले 2 दो दिन बारिश की चेतावनी..

देशभर में एक बार फिर मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 2 दिन तक दक्षिण के कई राज्यों में बारिश की संभावना है। बर्फबारी से मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ सकती है। दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने की संभावना है।

देश के अधिकांश राज्यों में मौसम शुष्क बना हुआ है। तापमान में तेजी से गिरावट के कारण ठंड का अहसास शुरु हो गया है। दिल्ली से यूपी तक उत्तर भारत के कई राज्यों में ठंड शुरु हो गई है। मौसम विभाग की मानें तो उत्तर भारत के कई राज्यों में अगले पांच दिनों तक मौसम शुष्क ही बना रहेगा। हालांकि, दिल्ली में गुरुवार को देश की राजधानी का न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री कम है। वहीं, अगर आज 28 अक्टूबर की बात करें तो दिल्ली में आज भी न्यूनतम तापमान 15 डिग्री रहेगा। वहीं, अधिकतम तापमान 32 डिग्री रहेगा।

स्काईमेट वेदर के मुताबिक उत्तर पूर्वी दिशा से हवाएं अब चलने लगी है जिससे उत्तर-पूर्वी मानसून शुरू होगा। आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में बारिश की गतिविधियां 29 अक्टूबर से शुरू होंगी। तथा धीरे-धीरे दक्षिण भारत में बढ़ जायेंगी। शेष भारत में उत्तर पश्चिमी दिशा से चलने वाले हवाएं तापमान गिराएंगी।

इन राज्यों में येलो अलर्ट जारी

मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार, पश्चिम मध्य और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। वहीं, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से लेकर तमिलनाडु होते हुए दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक निचले स्तरों पर एक निम्न दबाव की रेखा बनी हुई है। मौसम विभाग ने आज तमिलनाडु और केरल में हल्की से मध्यम श्रेणी बारिश की चेतावनी जारी किया है। कुछ स्थानों पर भारी बारिश भी हो सकती है। इन राज्यों में आज यानी 28 अक्टूबर को येलो अलर्ट जारी किया गया है।

देश भर में ये मौसम प्रणाली सक्रिय

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, 29 अक्टूबर से देश के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है। आईएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में निचले क्षोभमंडल के स्तर में उत्तर-पूर्वी हवाओं के साथ पूर्वोत्तर मानसून की बारिश हो सकती है। पूर्वानुमान में यह भी कहा गया है कि एक चक्रवाती परिसंचरण वर्तमान में पश्चिम मध्य और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के निचले क्षोभमंडल स्तरों में बना हुआ है। इसके अलावा, मौसम विभाग ने कहा कि निचले क्षोभमंडल स्तरों में एक ट्रफ रेखा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से तमिलनाडु होते हुए बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी तक जाती है।

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