जानिए इस दिन सीएम योगी देंगे रामपुर के वासियों को बड़ी सौगात

जिला प्रशासन मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटा है। फिजिकल कालेज मैदान में जनसभा स्थल पर तैयारियां जोरों पर हैं। वाटरप्रूफ पंडाल तैयार किया जा रहा है। आधे से ज्यादा बन चुका है।

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चार सितंबर को यानी कल रामपुर आ रहे हैं। इस दौरान वह जनसभा को संबोधित करेंगे। रामपुर लोकसभा उपुचनाव में भाजपा को मिली जीत से गदगद सीएम योगी जनपद वासियों को रिटर्न गिफ्ट के रूप में कोई बड़ी सौगात दे सकते हैं। मुख्‍यमंत्री 64 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण भी करेंगे, जबकि आठ करोड़ की परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे।जिला प्रशासन मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटा है। फिजिकल कालेज मैदान में जनसभा स्थल पर तैयारियां जोरों पर हैं। वाटरप्रूफ पंडाल तैयार किया जा रहा है। आधे से ज्यादा बन चुका है। जून माह में हुए लोकसभा उपचुनाव में रामपुर की जनता ने भाजपा को जिताया था। इससे गदगद मुख्यमंत्री ने रामपुर को रिटर्न गिफ्ट देने के बात कही थी। इसके लिए प्रशासन से प्रस्ताव भी मांगे थे, जो शासन को भेज दिए गए थे।मुख्यमंत्री अब वह रिटर्न गिफ्ट देने ही आ रहे हैं। अब रामपुर में कई बड़े विकास कार्यों की घोषणा कर सकते हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री जिले में अब तक पूरे हो चुके कार्यों का लोकार्पण भी करेंगे। वह 6451.67 लाख रुपयों के 19 विकास कार्यों का लोकार्पण करेंगे, जबकि 762.87 लाख की लागत से कराए जाने वाले तीन विकास कार्यों का शुभारंभ करेंगे। इनमें एक करोड़ 45 लाख की लागत से जिला अस्पताल में सर्जिकल एवं एक्सीडेंटल यूनिट का निर्माण कराया जाएगा, जबकि 3:30 करोड़ की लागत से धावनी हसनपुर मुंडिया कला रोड बनेगा।2.88 करोड़ की लागत से कूप मार्ग का निर्माण कराया जाएगा। जिन कार्यों का लोकार्पण होगा, उनमें ज्यादातर सड़कें शामिल हैं। 6.80 करोड़ की लागत से पीलाखार नदी पर ऐमी कल्याणपुर मार्ग पर बने सेतु पहुंच मार्ग का भी लोकार्पण होगा। इसी तरह भाखड़ा नदी पर मनोना पदपुरी मार्ग पर सेतु पहुंच मार्ग पर भी 7.61 लाख रुपये की लागत आई है। टांडा में 10 करोड़ की लागत से बन रहे अग्निशमन केंद्र के प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया जाएगा। इसी तरह स्वार, मिलक में भी अग्निशमन केंद्र के प्रशासनिक भवनों का लोकार्पण होगा।

टांडा के लोगों को मुख्यमंत्री से ब्लाक की सौगात मिलने की उम्मीद

टांडा क्षेत्र के लोगों को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री अपने आगमन के दौरान उन्हें टांडा को ब्लाक बनाए जाने की सौगात दे सकते हैं। नगर पालिका अध्यक्ष की ओर से भी ब्लाक बनवाने की मांग को मुख्यमंत्री को पत्र भेजा भी गया है। तहसील में ब्लाक न होने से क्षेत्र का विकास भी पूरी तरह ठप है। क्षेत्र के लोगो को ब्लाक से संबंधित कार्यों के लिए 20 किलो मीटर दूर स्वार ब्लाक के चक्कर लगाने पड़ते हैं।साल 2007 में तहसील की स्थापना के समय इसमें 183 गांव थे। बाद में राजनीति के कारण 56 गांव कट गए। वर्तमान में 159 गांव रह गए हैं। बाकी गांव तहसील सदर में स्थानांतरित हो गए हैं। टांडा तहसील के 159 गांव में 115 गांव स्वार ब्लाक में आते हैं। जबकि 44 गांव सैदनगर ब्लाक के अंतर्गत आते हैं। जिले की प्रत्येक तहसील में ब्लाक हैं। एक मात्र तहसील टांडा ही ब्लाक से वंचित है। क्षेत्र के किसान निश्शुल्क बोरिंग वितरण, बीज वितरण, विधवा तथा वृद्धा पेंशन, आवासीय योजना, आदि से या तो वंचित रह जाते हैं या फिर देर से जानकारी मिलने पर उन्हें इसका लाभ नहीं मिलता।

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