देश के बड़े सरकारी बैंकों में से केनरा बैंक की ओर से दिसंबर तिमाही के दमदार नतीजे पेश किए गए हैं। बैंक का मुनाफा 92 प्रतिशत चढ़कर 2,882 करोड़ पर पहुंच गया है। बैंक के मुनाफे में बढ़त के पीछे की सबसे बड़ी वजह ब्याज आय में बढ़ोतरी और एनपीए में कमी आना है। पिछले साल समान अवधि में बैंक को 1,502 करोड़ का मुनाफा हुआ था।
बैंक की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, आय बढ़कर 26,218 करोड़ रुपये हो गई है, जोकि पिछले साल दिसंबर तिमाही में 21,312 करोड़ रुपये थी। इस दौरान बैंक को ब्याज से होने वाली आय बढ़कर 22,231 करोड़ पर पहुंच गई है, जोकि पिछले साल समान अवधि में 17,701 करोड़ रुपये पर थी।
NPA में बड़ी गिरावट
एसेस्ट क्वालिटी फ्रंट पर बैंक में बड़ा सुधार देखने को मिला है। बैंक का ग्रॉस एनपीए (नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स) गिरकर 5.89 प्रतिशत पर आ गया है, जो वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही के अंत में 7.80 प्रतिशत था। इस दौरान बैंक का नेट एनपीए भी 2.86 प्रतिशत से गिरकर 1.96 प्रतिशत पर आ गया है। कैपिटल एडिक्वेसी रेश्यो भी 14.80 प्रतिशत से बढ़कर 16.72 प्रतिशत प्रतिशत हो गया है।
तेजी से बढ़ रहा बैंकों का मुनाफा
इस साल की शुरुआत से ब्याज दर बढ़ने के कारण बैंकों के मुनाफे में बढ़त देखी जा रही है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 12 सरकारी बैंकों को कुल 15,306 करोड़ रुपये मुनाफा हुआ था, जो कि सितंबर तिमाही में बढ़कर 25,685 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने भी सितंबर तिमाही में अब तक का सबसे अधिक 13,265 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया था। एसबीआई ने अभी दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी नहीं किए हैं।
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