छपरा जहरीली शराबकांड पर सियासी शोर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बिहार सरकार और बीजेपी की जुबानी जंग जारी है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। गुरुवार को बिहार विधानसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया और वेल में सरकार विरोधी नारेबाजी के बाद वाकआउट करके बाहर चले गये। जिसके बाद बिहार सरकार के वित्त मंत्री विजय चौधरी ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। बिहार में अवैध शराब के लिए बीजेपी को कटघरे में खड़ा कर दिया।
‘बिहार में यूपी-हरियाण से आ रही अवैध शराब’
बीजेपी का नाम लिए बगैर विजय चौधरी ने कहा कि बिहार में यूपी और हरियाणा से सबसे अवैध तरीके से शराब आ रही है। बीजेपी का नाम लिए बिना कहा कि इन राज्यों में इनकी ही सरकार है। इनकी पार्टी के ही लोग गलत तरीके से यहां शराब की सप्लाई करवा रहे हैं। इस तरह की अवैध शराब पीकर ही यहां लोग मर रहे हैं। लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के बयान का हवाला देते हुए कहा कि शराब पीकर मरने वालों में सबसे ज्यादा संख्या मध्य प्रदेश और हरियाणा में है। फिर इन राज्यों के मुख्यमंत्री से जाकर इस्तीफा क्यों नहीं मांगते हैं।
बिहार में फ्लॉप नहीं शराबबंदी- चौधरी
उन्होंने कहा कि हर नागरिक के प्रति सरकार की पूरी हमदर्दी है। हर नागरिक की सुरक्षा के लिए सरकार सजग है। राज्य सरकार बार-बार कह रही है कि शराब बुरी चीज है, इसे छोड़ दें और अपनी सेहत बनायें। लोगों की मौत हो रही है शराब पीने से तो लोग इतना जोखिम क्यों लेते हैं। कहा कि शराबबंदी को कहीं से फेल नहीं कहा जा सकता है। सभी सदस्यों ने शराब नहीं पीने का संकल्प लिया था। इससे पहले सीएम सीएम कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बयान पर भी बीजेपी लगातार हमले बोल रही है।
सीएम नीतीश कुमार ने भी अपने बयान में कहा था कि जो पिएगा वो मरेगा। शराब बुरी चीज है। बिहार में शराबबंदी है। ऐसे में कुछ ना कुछ तो नकली बिकेगा। लोगों को सचेत रहना होगा। वहीं डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि गलत काम का गलत नतीजा होता है। सबसे अधिक जहरीली शराब से मौत भाजपा शासित राज्यों में हुई है। पिछले चार सालों में बिहार से ज्यादा मौतें गुजरात, मध्यप्रदेश, कर्नाटक और हरियाणा में हुई है। आपको बता दें जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 45 पहुंच गई है। 25 लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। और अब तक 27 लोगों का पोस्टमार्टम हो चुका है।