गूगल द्वारा एक नया प्राइवेसी आधारित टूल तैयार किया गया है। बीते दिनों गूगल ने रिजल्ट्स अबाउट यू टूल की घोषणा की थी। फिलहाल यह व्यवस्था यूरोप और अमेरिका में एंड्रायड यूजर के लिए शुरू की गई है।
जब हम गूगल पर कुछ सर्च करते हैं, तो उससे संबंधित नोटिफिकेशन भी आने लगते हैं। दरअसल, यह डिजिटल फुटप्रिंट की वजह से होता है। कई बार तो जाने-अनजाने में बेहद निजी और गोपनीय जानकारियां भी सर्च रिजल्ट में सेव हो जाती हैं। इससे आइडेंटिटी थेफ्ट, फाइनेंशियल फ्राड या अन्य तरह का डिजिटल जोखिम हो सकता है। इसमें डाक्सिंग भी होती है यानी निजी जानकारियां अवांछित ढंग से अन्य स्रोतों से साझा होने लगती हैं। ऐसी शिकायतों को दूर करने के लिए गूगल अब एक नया टूल शुरू कर रहा है। इसके तहत पर्सनली आइडेंफाइबल इनफार्मेशन (पीआइआइ) यानी संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारियों को हटाने के लिए यूजर रिक्वेस्ट कर सकेंगे।
सेफ्टी टूल
गूगल द्वारा एक नया प्राइवेसी आधारित टूल तैयार किया गया है। बीते दिनों गूगल ने ‘रिजल्ट्स अबाउट यू’ टूल की घोषणा की थी। फिलहाल यह व्यवस्था यूरोप और अमेरिका में एंड्रायड यूजर के लिए शुरू की गई है। आने वाले दिनों यह सुविधा सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध होगी।
काम टूल
जल्द ही यूजर को गूगल सर्च मीनू में एक नया आप्शन ‘रिजल्ट एबाउट यू’ दिखेगा। इस पर क्लिक करने पर यूजर को एक नये पेज पर रि-डायरेक्ट कर दिया जाएगा, जिसमें गूगल सर्च रिजल्ट से निजी जानकारियों को हटाने से संबंधित जानकारी उपलब्ध होगी। इसमें फोन नंबर, घर का पता, ई-मेल आइडी या अन्य पीआइआइ हटाने से संबंधित जानकारी मिलेगी। यूजर को यहां रिक्वेस्ट फार्म भरना होगा, जिसमें पीआइआइ हटाने से संबंधित जानकारी देनी होगी।
गूगल सपोर्ट पेज की ले सकते हैं मदद
अगर गूगल सर्च रिजल्ट में आपको कोई निजी जानकारी दिखती है, तो उसे हटाने के लिए गूगल सपोर्ट पेज की मदद ले सकते हैं। यहां भी यूजर को एक फार्म भरना होगा, साथ ही उसमें यूआरएल का जिक्र करना होगा, जिसे आप गूगल सर्च रिजल्ट से हटाना चाहते हैं। फार्म भरने के बाद यह संबंधित कंटेंट को हटाने की शुरुआत होती है।
ट्रैक कर सकते हैं एप्लीकेशन
सर्च रिजल्ट से पीआइआइ हटाने की रिक्वेस्ट की आप निगरानी कर सकते हैं। यूजर को एक नये पेज के ‘आल रिक्वेस्ट’ फीड में ‘इन प्रोग्रेस’ और ‘अप्रूव्ड’ फिल्टर दिखेगा। यहां यूजर नई रिक्वेस्ट भी डाल सकते हैं। इसमें गूगल की तरफ से सर्च रिजल्ट हटाने के बारे में पूछा जाता है। इसके लिए गूगल की तरफ से कुछ कारण भी दिए जाते हैं। गूगल के ब्लाग पोस्ट के मुताबिक रिक्वेस्ट मिलने के बाद उसकी जांच की जाती है और फिर कंटेंट हटाने का काम शुरू होता है।