भारत में उत्तर से लेकर दक्षिण तक हर तरह के खाने में जीरे का इस्तेमाल किया जाता है। कभी दाल में तड़का लगाने, कभी रायते का स्वाद बढ़ाने के लिए जीरे का इस्तेमाल किया जाता है। जीरा बेशक एक आम मसाला है, लेकिन ये स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक माना जाता है। पाचन संबंधी समस्याओं से लेकर स्किन की प्रॉब्लम तक जीरा काफी फायदेमंद माना जाता है।
लेकिन प्रेगनेंसी में जीरे का पानी पिया जाए या नहीं इसको लेकर कंफ्यूजन बनी रहती है। प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं पूछती हैं कि क्या इसे पीने से कोई साइड इफेक्ट होगा? प्रेगनेंसी में जीरा पानी पीना चाहिए या नहीं इसके बारे में हमने डाइटिशियन पूजा सिंह से बातचीत की।
क्या प्रेगनेंसी में जीरे का पानी पीना सुरक्षित है?
डाइटिशियन पूजा सिंह का कहना है कि प्रेगनेंसी के दौरान जीरे के पानी का सेवन अगर सीमित मात्रा में किया जाए तो ये बिल्कुल सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को पेट में दर्द, कब्ज, पेट फूलना जैसी समस्या होती है। ऐसे में जीरे के पानी का सेवन किया जाए तो ये इन समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है। इसके साथ ही जीरा आयरन का अच्छा सोर्स है जो प्रेगनेंसी में महिलाओं के शरीर के बहुत जरूरी माना जाता है।
प्रेगनेंसी के दौरान जीरे का पानी पीने के 5 फायदे
1. उल्टी से दिलाता है राहत
प्रेगनेंसी में महिलाओं का बार-बार उल्टी करना सामान्य माना जाता है। उल्टी की समस्या से राहत दिलाने में जीरे का पानी काफी मददगार साबित हो सकता है। इसके अलावा जीरे का पानी दस्त की समस्या को भी ठीक करने में मदद करता है।
2. पाचन संबंधी समस्या से दिलाता है राहत
प्रेगनेंसी में 10 में से 8 महिलाएं पेट में दर्द, कब्ज, पेट फूलना जैसी समस्या का सामना करती हैं। इसके साथ ही कई महिलाओं को अपच की समस्या और पाचन विकार से जुड़ी परेशानी भी होता है। इन समस्याओं से राहत दिलाने में भी जीरे का पानी काफी लाभदायक माना जाता है। जीरे में मौजूद क्यूमिनाल्डेहाइड और फ्लेवेनोइड खाने के पचाने में मदद करते हैं।
3. हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए
प्रेगनेंसी के 18वें महीने के बाद महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होना बहुत ही आम बात है। हाई ब्लड प्रेशर को नार्मल करने में जीरे का पानी काफी फायदेमंद माना जाता है। एनसीबीआई द्वारा की गई शोध में ये बात सामने आई है कि जीरे के पानी में हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
4. आयरन की कमी को करता है पूरा
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व मिले तो गर्भ में पलने वाले शिशु को सही विकास होता है। प्रेगनेंसी के पोषक तत्वों में आयरन सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। एनसीबीआई द्वारा की गई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि प्रेगनेंसी में अगर महिलाओं को पर्याप्त मात्रा में आयरन न मिले तो एनीमिया की समस्या हो सकती है। ऐसे में जीरे का पानी का सेवन किया जाए तो प्रेगनेंसी में आयरन की कमी को पूरा किया जा सकता है।
5. कैल्शियम की कमी को करता है पूरा
कैल्शियम की कमी को पूरा करने में भी जीरे का पानी काफी फायदेमंद माना जाता है। प्रेगनेंसी में कोई महिला अगर जीरे के पानी का सेवन करें तो नवजात शिशुओं को लो बर्थ वेट से बचाने में मदद कर सकता है।