रूस और यूक्रेन के बीच जंग को एक साल होने वाले हैं। फिर भी दोनों देश पीछे हटने के मूड में नहीं हैं। ताजा रिपोर्ट की बात करें तो दक्षिणी यूक्रेनी शहर खेरसॉन में रूसी मिसाइल हमलों ने तीन लोगों की जान ले ली है।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग को एक साल होने वाले हैं। फिर भी, दोनों देश पीछे हटने के मूड में नहीं हैं। ताजा रिपोर्ट की बात करें तो दक्षिणी यूक्रेनी शहर खेरसॉन में रूसी मिसाइल हमलों ने तीन लोगों की जान ले ली है। इससे दोनों पक्षों के बीच तल्खी और बढ़ गई है।
यूक्रेन भी जवाबी हमलों की तैयारी कर रहा है। राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि उनका देश फिलहाल डोनेट्स्क में कठिन परिस्थिति का सामना कर रहा है। उन्होंने अपने सहयोगियों से नए प्रकार के हथियारों की मांग की है। साथ ही जेलेंस्की ने उनसे हथियारों की आपूर्ति तेज करने की भी अपील की है।
समय को बनाना होगा हथियार
जेलेंस्की ने 29 जनवरी देर रात एक वीडियो संबोधन में कहा कि स्थिति बहुत कठिन है। डोनेट्स्क क्षेत्र में बखमुत, वुहलेदार और अन्य क्षेत्रों में लगातार रूसी हमले हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि रूस चाहता है कि युद्ध लंबा चले व यूक्रेनी सेना समाप्त हो जाए। इसलिए हमें समय को अपना हथियार बनाना होगा। हमें घटनाओं को गति देनी होगी और आपूर्ति में तेजी के साथ यूक्रेन के लिए हथियारों के नए विकल्प खोजने होंगे। वहीं क्षेत्रीय प्रशासन ने बताया कि खेरसॉन पर रूसी हमलों से रविवार को एक अस्पताल और एक स्कूल क्षतिग्रस्त हो गया। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई और छह घायल हो गए।
शुरू में खेरसॉन पर रूस ने किया था कब्जा
फरवरी 2022 में मॉस्को के यूक्रेन पर आक्रमण के तुरंत बाद रूसी सैनिकों ने खेरसॉन पर कब्जा कर लिया था। हालांकि, नवंबर में यूक्रेनी सेना ने वापस इस शहर पर अपना नियंत्रण हासिल कर लिया। तब से रूस लगातार इस शहर पर गोलीबारी की घटनाओं को अंजाम देता है। क्षेत्रीय गवर्नर ओलेह सिनेहुबोव ने बताया कि रविवार को खार्किव के पूर्वोत्तर शहर में एक अपार्टमेंट की इमारत पर एक मिसाइल गिर गई, जिसमें एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई।
रूस के कब्जे वाले यूक्रेनी अस्पताल पर हमला
रूस ने 28 जनवरी को यूक्रेन की सेना पर आरोप लगाया कि उसने कब्जे वाले पूर्वी यूक्रेन के एक अस्पताल पर जानबूझकर हमला किया, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई। हालांकि, यूक्रेन ने इन आरोपों पर कोई जवाब नहीं दिया। यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने रविवार देर रात एक बयान में कहा कि रूसी सेना ने पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र में बखमुत और साथ ही वुहलेदार पर जमकर गोलाबारी की है, जहां हाल के दिनों में लड़ाई तेज हो गई है। वहीं, यूक्रेनी सैन्य विश्लेषक और कर्नल, मायकोला सलामखा ने भी बताया कि रूसी सैनिक वुहलेदार पर हमलों की लहरें बढ़ा रहे हैं।
टैंकों की मांग
वहीं, हफ्तों की तकरार के बाद, जर्मनी और अमेरिका ने पिछले हफ्ते कहा कि वे यूक्रेन की मदद के लिए दर्जनों टैंक भेजेंगे। जबकि कई देशों ने यूक्रेन को कुल 321 भारी टैंक भेजने का वादा किया था। फ्रांस में कीव के राजदूत ने बताया कि उन्हें युद्ध के मैदान में आने में महीनों लग सकते हैं। यूक्रेन भारी हथियारों की डिलीवरी में तेजी लाने के लिए बेताब है क्योंकि युद्ध में दोनों पक्षों के बीच आने वाले हफ्तों में जबरदस्त आक्रमण होने की उम्मीद है। जेलेंस्की के एक शीर्ष सहयोगी ने शनिवार को बताया कि लंबी दूरी की मिसाइलों को लेकर यूक्रेन के अनुरोधों के बारे में बातचीत चल रही है। यूक्रेन ने अमेरिका से F16 लड़ाकू विमान भी मांगे हैं।
ओलंपिक से रूसी एथलीटों को बाहर करने के लिए पत्र
इसके अलावा, जेलेंस्की ने पेरिस ओलंपिक खेलों में रूसी एथलीटों को बाहर रखने के लिए फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन को एक पत्र भेजा है। उन्होंने कहा कि 2024 के पेरिस खेलों में रूस को कंपीटिशन की अनुमति देना यह दिखाने के समान होगा कि आतंकवाद स्वीकार्य है।