अगर आपके आस-पड़ोस में रात में खूब रोशनी रहती हो तो आप अच्छी तरह सो नहीं पाएंगे, जिससे दिन में भी आपकी कार्यक्षमता प्रभावित होगी। एक नए शोध में इसकी जानकारी मिली है। कनाडा के वेंकुवर में 68वें अमेरिकन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी में अप्रैल 2016 में इस शोध को प्रस्तुत किया जाएगा जो रात में रोशनी से नींद प्रभावित होने के बारे में की गई है।
कैलीफॉर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता मौरिस ओहैयन ने बताया कि हमारी दुनिया 24 घंटे काम करने वाला समाज बन गया है। हम बाहर खूब उजाला रखते हैं जैसे स्ट्रीट लाइटों के माध्यम से ताकि हमें कामकाज में आसानी हो और सुरक्षा का मसला भी है। चिंता की बात यह है कि हमने अपने आसपास अंधेरे के आवरण को कम कर दिया है जिससे हमारी नींद प्रभावित हो रही है।
ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों की तुलना में बड़े शहरों के लोग तीन से चार गुना अधिक रात के प्रकाश में रहते हैं। इस शोध के लिए 15 हजार 863 लोगों का फोन द्वारा 8 सालों तक सर्वेक्षण किया गया, जिसमें निद्रा से जुड़ी आदतों और नींद की गुणवत्ता जैसे सवाल किए गए थे। निष्कर्षों के अनुसार, कम प्रकाश में रहने वाले लोगों की तुलना में जो लोग अधिक प्रकाश में रहते थे वह नींद की कमी से ग्रसित थे।
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