विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा-TRS के बीच जमकर सियासत हो रही है। दोनों ही दल एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। तेलंगाना भाजपा ने KCR सरकार पर प्रजा संग्राम यात्रा को रोकने का आरोप लगाया है।
तेलंगाना में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा और TRS के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने तेलंगाना सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। तेलंगाना भाजना ने दावा किया कि केसीआर के नेतृत्व वाली सरकार राज्य में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने की कोशिश कर रही है।
तेलंगाना भाजपा नेताओं ने सौंपा राज्यपाल को ज्ञापन
तेलंगाना भाजपा के शीर्ष नेताओं ने राज्य के राज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि सरकार तेलंगाना में पुलिस के जबरदस्त दुरुपयोग से लोकतांत्रिक विरोध को रोकने की कोशिश कर रही है। भाजपा का यह ज्ञापन प्रजा संग्राम यात्रा के मद्देनजर आया है। जिसे भाजपा ने टीआरएस सरकार की जनविरोधी नीतियों को बेनकाब करने और इसके भ्रष्ट-जनमत जुटाने के लिए चलाया है।
भाजपा ने सरकार और प्रशासन पर लगाए आरोप
भाजपा ने दावा किया है कि यात्रा के दो चरण शांतिपूर्वक चले। लेकिन अब टीआरएस कार्यकर्ताओं ने यात्रा पर हमला करने के लिए उसके कार्यकर्ताओं को उकसाने की कोशिश की। मगर इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने संयम बरता। ज्ञापन में कहा गया है कि दूसरे चरण के दौरान गडवाल जिले में टीआरएस कार्यकर्ताओं ने यात्रा पर हमला किया। यहां पुलिस मूकदर्शक बनी रही। यात्रा पर तेलंगाना के जनगांव जिले के देवरौप्पला गांव में हमला किया गया था। यहां भी पुलिस या तो मूकदर्शक बनी रही या मौन रूप से हमलावरों का समर्थन किया।
के. कविता पर भाजपा ने उठाए थे सवाल
बता दें कि भाजपा ने दिल्ली सरकार की शराब नीति को लेकर के. कविता पर भी आरोप लगाए हैं। भाजपा का आरोप है कि शराब माफियाओं और सरकार के बीच तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) की बेटी और टीआरएस एमएलसी के. कविता ने बिचौलियों के रूप में काम किया है। बीते 22 अगस्त को कुछ भाजपा की महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं ने के. कविता के घर के सामने शांतिपूर्ण विरोध किया था। इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके इलावा पार्टी के 28 से अधिक नेताओं को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।