दिल्ली: नेशनल, रेल और मेट्रो म्यूजियम में विस्फोटक रखे होने के मिले मेल

मेल में कहा गया है कि म्यूजियम के अंदर विस्फोटक रखा हुआ है। थोड़ी देर में सभी मारे जाएंगे। मेल में द ग्रुप ऑफ टेरोजर्स ने इन मेल भेजने के पीछे है। यानी इस ग्रुप ने मेल भेजने की जिम्मेदारी ली है।

दिल्ली में स्कूल-अस्पताल, एयरपोर्ट आदि जगहों पर बम रखे होने के धमकी भरे मेल मिलने के बाद अब दिल्ली के कई म्यूजियम व अन्य संस्थानों को धमकी भरे मेल भेजे गए हैं। सभी म्यूजियम को अलग-अलग मेल भेजे गए हैं।

नई दिल्ली जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सभी म्यूजियम व अन्य संस्थानों में विस्फोटक रखे होने के मेल 11 व 12 जून की रात दो बजकर पांच मिनट पर आए हैं। ये धमकी भरे मेल सभी म्यूजियम के सरकारी मेल आईडी पर भेजे गए हैं। मेल में लिखा गया हैं कि ये धमकी भरे मेल आडम लनजा की तरफ से भेजे गए हैं।

सभी मेलों में सबजेक्ट भी लिखा हुआ है। सबजेक्ट में एक्सप्लोसिव इन द म्यूजियम लिखा हुआ है। बुधवार सुबह म्यूजियम खुले और मेल को चेक किया गया तब इन धमकी भरे मेलों का पता लगा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने नेशनल म्यूजियम समेेत सभी म्यूजियम में डॉग स्क्वायड व बम निरोधक दस्ते से चेकिंग करवाई गई। किसी भी म्यूजियम में विस्फोटक जैसी कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। नई दिल्ली जिला पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ये देख रही है कि इन मेलों का स्कूल व अस्पतालों में विस्फोटक रखे होने के आए धमकी भरे मेल से कोई संबंध नहीं है।

पुलिस ने कहा
कई म्यूजियम में विस्फोटक रखे होने की धमकी भरी मेल मिली हैं। देर शाम तक मामला दर्ज नहीं किया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसके बाद ही आगेे की कार्रवाई की जाएगी।

  • इन म्यूजियम को मिला धमकी भरा मेल
  • नेशनल म्यूजियम, नेशनल गांधी म्यूजियम
  • गालिब इंस्टीट्यूट, मेट्रो म्यूजियम
  • नेशनल रेल म्यूजियम
  • क्राफ्ट म्यूजियम, इंडिया ट्रैवल
  • आईएसएसएन डॉट इंडिया एनआईएस सीपीआर
  • एनजीएमए डॉट दिल्ली
  • एमएमएल हिंदी यूनिट
  • क्यूरेटर एनएलओ जीओवी डॉट इन
  • संस्कृति फाउंडेशन
  • अन्ना मलाई, सुलभ इनफो

नोट- यहां पर कुछ म्यूजियम व कुछ मेल आईडी लिखी गई है। इन मेल आईडी को भी धमकी भरे मेल भेजे गए हैं।

स्कूल व अस्पतालों के मेलों की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझी
दिल्ली के स्कूल, अस्पताल व एयरपोर्ट में विस्फोटक रखे होने के धमकी भरे मेल की जिम्मेदारी अभी नहीं सुलझी है। मामले की जांच स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलीजेंस को कर रही है, जो तेजतर्रार यूनिट मानी जाती है।

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