दिवाली के खास मौके पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश के साथ सरस्वती जी की पूजा करने का विधान है। इस दिन विधिवत पूजा करने से मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती हैं। जामिए दिवाली पूजन की संपूर्ण सामग्री।
इस साल दिवाली का पर्व 24 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। दिवाली के मौके पर धन ऐश्वर्य की देवी मां लक्ष्मी और बुद्धि के देवता भगवान गणेश के साथ ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा करने का विधान है। दिवाली की रात इन देवी देवता की विधिवत पूजा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। अगर आप भी इस बार दिवाली में विधिवत पूजा करना चाहते हैं, तो पहले से ही ये पूजन सामग्री ले आएं। जिससे पूजा के समय किसी भी प्रकार का विघ्न न पड़ें। जानिए दिवाली में की जाने वाली पूजन की पूरी सामग्री।
दिवाली 2022 पूजन सामग्री
- गणेशजी की मूर्ति
- लक्ष्मी जी की मूर्ति
- मां सरस्वती की तस्वीर
- चांदी का का सिक्का
- फूल
- गुलाब एवं लाल कमल
- चंदन
- सिंदूर, कुमकुम
- केसर
- पांच यज्ञोपवीत
- चावल
- अबीर
- गुलाल
- हल्दी
- सोलह श्रृंगार का सामान (चूड़ी, मेहंदी, पायल, बिछिया, काजल, बिंदी, कंघा)
- 5 सुपारी
- 5 पान के पत्ते
- छोटी इलायची
- लौंग
- मौली या कलावा
- फूलों की माला
- तुलसी दल
- कमलगट्टे
- साबुत धनिया
- कुशा और दूर्वा
- आधा मीटर सफेद कपड़ा
- आधा मीटर लाल कपड़ा
- दीपक
- बड़े दीपक के लिए तेल
- नारियल
- पंच मेवा (मखाना, किशमिश, छुहारा, बादाम, काजू आदि)
- गंगाजल
- पंचामृत (शहद, दूध, शक्कर, दही, गंगाजल, दूध)
- शुद्ध घी
- मौसम के हिसाब से फल ( गन्ना, सिंघाड़े आदि)
- नैवेद्य
- मिठाई
- इत्र की शीशी
- लकड़ी की चौकी
- पंच पल्लव (बड़, गूलर, पीपल, आम और पाकर के पत्ते)
- लक्ष्मीजी और गणेश जी को अर्पित करने के लिए वस्त्र
- जल कलश तांबे , मिट्टी या पीतल का
- बही-खाता, स्याही की दवात
- हल्दी की गांठ
- खील-बताशे
- कपूर
- जल के लिए लोटा
- बैठने के लिए आसन
- आम का पत्ता