दुनियाभर में भारतीय गणतंत्र दिवस की धूम रही। पारंपरिक परिधान पहने प्रवासी भारतीयों ने शुक्रवार को विदेशों में देश के मिशनों में गणतंत्र दिवस मनाया और तिरंगा फहराया। भारत के कई राजनयिकों ने अमृत काल में प्रवेश करते हुए देश की प्रगति की जानकारी दी और 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया।
दुनिया भर में राजदूतों ने फहराया तिरंगा
अमृत काल भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस से 100वें स्वतंत्रता दिवस तक का समय है। दुनिया भर में राजदूतों ने तिरंगा फहराया और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का गणतंत्र दिवस संदेश पढ़ा। इनमें रूस, इटली, जर्मनी, सिंगापुर, नाइजीरिया, यूक्रेन, मालदीव, इजरायल, श्रीलंका, न्यूजीलैंड, चेक गणराज्य, थाईलैंड, कंबोडिया, जापान, चीन और बांग्लादेश शामिल हैं। लगभग हर जगह भारतीय प्रवासी सांस्कृतिक और अन्य कार्यक्रमों में शामिल हुए।
मिस्त्र में भारत के राजदूत ने किया रात्रिभोज का आयोजन
मिस्त्र में भारत के राजदूत अजीत गुप्ते ने गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने के लिए एक स्वागत रात्रिभोज का आयोजन किया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में मिस्त्र के संचार और आइटी मंत्री डा. अम्र तलत के साथ ही बड़ी संख्या में भारतीय डायसपोरा के सदस्य शामिल हुए। चीन में भारतीय दूतावास ने एक्स पर पोस्ट किया कि ठंड के बावजूद भारी संख्या में मौजूदगी के बीच श्रद्धापूर्वक गणतंत्र दिवस मनाया गया।
जिनेवा में अरिंदम बागची ने फहराया राष्ट्रीय ध्वज
इस दौरान यूक्रेन में भारत के राजदूत ने कहा कि लोगों के लिए शांति, समृद्धि और कल्याण की कामना करते हैं। जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि अरिंदम बागची ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और भारतीय समुदाय और अन्य लोगों को संबोधित किया।
नाइजीरिया के लागोस में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने कहा कि 500 से अधिक प्रवासी भारतीयों ने कार्यक्रम में भाग लिया। लागोस के स्कूलों के बच्चों ने देशभक्ति गीत भी प्रस्तुत किए। भूटान में भारतीय और भूटानी कलाकारों द्वारा देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति के साथ-साथ मणिपुरी नृत्य का भी प्रदर्शन किया गया। श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में बैंड द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति की धुनें प्रस्तुत की गईं। साथ ही छात्रों ने जीवंत लोक नृत्यों का मंचन किया।