शारजाह में खेले गए पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच रोचक मुकाबला देखने को मिला। पाकिस्तान के युवा गेंदबाज नसीम शाह ने दो छक्के लगाकर पाकिस्तान को जीत दिलाई और उसे फाइनल में पहुंचा दिया। नसीम ने जावेद मियांदाद की याद दिला दी।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच शारजाह के मैदान पर हुए सुपर 4 के मैच में पूरा भारत, अफगानिस्तान की जीत की दुआएं कर रहा था। अफगानिस्तान के गेंदबाजों ने 19 ओवर तक मैच को अपने पाले में खींच भी लिया था लेकिन पाकिस्तान के युवा गेंदबाज ने आखिरी ओवर में मैच उनसे छीन लिया। पाकिस्तान के 9 विकेट गिर चुके थे और आखिरी ओवर में उसे ग्यारह रन की जरुरत थी। अफगानिस्तान की टीम मैच के ड्राइविंग सीट पर थी लेकिन फिर जो हुआ उसने युवा नसीम को एशिया कप का स्टार बना दिया।
नसीम के 2 छक्के से पाकिस्तान फाइनल में
आखिरी ओवर की पहली दो गेंदों पर इसी एशिया कप में डेब्यू करने वाले नसीम शाह ने छक्का लगाकर पाकिस्तान को जीत दिला दी और उसे फाइनल में पहुंचा दिया। नसीम के इस दो छक्के ने न केवल पाकिस्तान की फाइनल में जगह सुनिश्चित की बल्कि भारत और अफगानिस्तान को एशिया कप से बाहर कर दिया।
बाबर और वसीम अकरम को आई मियांदाद की याद
नसीम के इस छक्के ने पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम और पूर्व कप्तान वसीम अकरम को जावेद मियांदाद की याद दिला दी जब 1986 में इसी मैदान पर उन्होंने आखिरी गेंद पर चेतन शर्मा को छक्का मारकर पाकिस्तान को जीत दिला दी थी।
मैच के बाद बाबर ने कहा कि नसीम ने कमाल का काम किया। उन्होंने हमें जावेद मियांदाद की याद दिला दी। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और स्विंग के सुल्तान ने वसीम अकरम ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा है-क्या मैच था..मैं इस उम्र में इस तरह के फिनिश नहीं कर सकता था। युवा नसीम शाह के बल्ले से शानदार सिक्स, मैं उस टीम का हिस्सा था जब जावेद मियांदाद ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर पाकिस्तान को जीत दिलाई थी। 26 साल बाद मैं एक बार फिर से आखिरी ओवर में दो छक्कों का गवाह बना, सनसनीखेज जीत।अब 11 सितंबर रविवार को पाकिस्तान और श्रीलंका की टीम एशिया कप ट्रॉफी के लिए आपस में भिड़ेगी।