पाकिस्तान अब भारत के खिलाफ अपनी घृणा खुलकर कर रहा जाहिर, पढ़ें पूरी खबर ..

 

आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत के प्रति अपनी घृणा खुलकर जाहिर कर दी है। पाकिस्तानी मंत्री भारत की बुराई करने के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी पर व्यक्तिगत हमला और परमाणु बम की धमकी देने से भी बाज नहीं आए। पाकिस्तानी नेताओं ने अपनी सतही मानसिकता का परिचय दे दिया है। दरअसल पाकिस्तान की सरकार हर मोर्चे पर  फेल है। ऐसे में अपनी जनता को लुभाने और आने वाले चुनावों को ध्यान में रखते हुए नेताओं ने जहर उगलना शुरू कर दिया है। 

भारत ने बिलावल भुट्टो की आपत्तिजनक टिप्पणी का मजबूती से जवाब दिया है। बता दें कि बिलावल की मां और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और दादा जुल्फिकार अली भुट्टो भी भारत के खिलाफ जहर उगलने के लिए जाने जाते थे। दरअसल आने वाले चुनाव को देखते हुए पाकिस्तान में इस तरह की बातें होने लगी हैं। 

अब तक पाकिस्तान के सामने क्या थी मजबूरी
बीते कुछ सालों से पाकिस्तान भारत को लेकर अपनी घृणा जाहिर नहीं कर पा रहा था। इसके पीछे उसकी कई मजबूरियां थीं। एक तो पाकिस्तान फाइनेंशल ऐक्शन टास्क फोर्स की ग्रे लिस्ट से बाहर आना चाहता था। वह दिखाना चाहता था कि उसके देश में आतंकियों को फंडिंग नहीं की जाती है। दूसरी तरफ पाकिस्तान अमेरिका से एफ-16 पैकेज लेने की फिराक में था। पूर्व आर्मी चीफ जनरल कमर बाजवा के कार्यकाल में पाकिस्तान को ये दोनों ही बातें मिल गईं। इस पैकेज के बदले में पाकिस्तान ने अलकायद का सरगना अल जवाहिरी की डील कर ली थी। 

जब दोनों बातें पूरी हो गईं तो पाकिस्तानियों ने वही करना शुरू कर दिया जो कि उन्हें सबसे अच्छी तरह आता है। इसमें भारत के खिलाफ जहर उगलना शामिल है। पिछले कई सालों से देखा जा रहा है कि पाकिस्तान के मौजूदा सेना अध्यक्ष जनरल आसिम मुनीर भारत को सैन्य ताकत दिखाने की धमकी देते रहे हैं। यूएन में पाकिस्तान के प्रतिनिधि मुनीर अकरम भी खुद को बचाने के लिए भारत को निशाना बनाते रहते हैं। उनके भाई जमीर अकरम भी एंटी इंडिया इंडस्टीर के हिस्सा रह चुके हैं। 

बेनजीर भुट्टो के कार्यकाल के समय कश्मीर में जब जिहाद चरम पर था तो वह भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त नियुक्त थे। बेनजीर के पिता जुल्फिकार ही थे जो कि किसी भी कीमत पर इस्लामिक बम फोड़ना चाहते थे चाहें उनके देश के लोगों को घास की रोटी ही क्यों ना खानी पड़ती। दिल्ली में जी-20, एससीओ सम्मेलन और क्वाड सम्मेलन की तैयारियों देखकर पाकिस्तान और चिढ गया है। 

विदेश सचिव ने कहा, बिलावल, हिना और शाजिया जैसे राजनेता चाहते हैं कि भारत भी पाकिस्तान की पिग रेसलिंग में कूद जाए जिसेस कि उसके भाई चीन को भी सहारा मिल जाए। पाकिस्तानी नेता जिस तरह के बयान दे रहे हैं उससे पता लगता है कि भारत की अनदेखी की वजह से वह कितना परेशान है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक बार तत्कालीन विदेश सचिव एस जयशंकर से पूछा था कि वह पाकिस्तान के प्रति किस तरह के भाव रखते हैं। तब उन्होंने जवाब दिया था, उसी तरह का जैसे कि किसी भी दूसरे देश जैसे कि अफगानिस्तान, तजाकिस्तान, ईरान, उजबेकिस्तान के बारे में। 

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