पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि अपनी जान पर खतरे के बावजूद वह लॉन्ग मार्च को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि शनिवार को मेरी पार्टी की ओर से पूर्व निर्धारित विशाल रैली को संबोधित करने रावलपिंडी जाने के लिए मैं अडिग हूं। उन्होंने यह कहते हुए लोगों से इस रैली में रावलपिंडी पहुंचने की अपील की कि यह देश के लिए निर्णायक वक्त है।
खान रावलपिंडी में अपने समर्थकों को संबोधित करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि नए आम चुनाव की मांग को लेकर उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) का यह प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण होगा। हमले को लेकर पूर्व पीएम ने कहा, ‘मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं कि मैं अभी तक जिंदा हूं। मैं अपने चाहने वालों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिनकी वजह से मैं बच पाया।’
3 नवंबर को हुआ था जानलेवा हमला बीते 3 नवंबर को खान पर जानलेवा हमला हुआ था और उन्हें गोली लगी थी। वह फिलहाल स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। खान ने शुक्रवार को कहा कि घायल होने के बावजूद वह देश की खातिर रावलपिंडी जाने के लिए अडिग हैं। उन्होंने कहा, ‘कल (मैं) रावलपिंडी जा रहा हूं क्योंकि यह देश के लिए निर्णायक वक्त है। हम एक ऐसा देश बनना चाहते हैं जिसके सपने कायदे आजम और अल्लामा इकबाल ने देखे थे।’
‘अभी भी खतरा है, एहतियात बरतूंगा’ पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके ऊपर अब भी खतरा है लेकिन वह एहतियात बरतेंगे। पीटीआई की पंजाब इकाई ने लॉन्ग मार्च की अपनी तैयारी पूरी कर ली है और उसने योजना बनाई है कि रावलपिंडी की ओर अलग-अलग दो काफिले कूच करेंगे। इस बीच गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने शुक्रवार को कहा कि रैली की कोई तुक नहीं है और खान को इसमें शामिल नहीं होना चाहिए क्योंकि उनकी जान को खतरा है।