पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो वाशिंगटन में अपने अमेरिकी समकक्ष के साथ व्यक्तिगत रूप से नहीं मिल सके।दोनों नेताओं के बीच फोन पर बात हुई।इस दौरान सितंबर में पाकिस्तान में आई बाढ़ से हुई तबाही पर भी बीच चर्चा हुई।आतंकवाद के मुद्दे पर अमेरिका ने दृढ़ समर्थन की बात कही।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी अपनी हाल की वाशिंगटन यात्रा के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन के साथ व्यक्तिगत रूप मुलाकात नहीं कर सके। उन्हें एक ही राजधानी में होने के बावजूद उन्हें ब्लिंकेन से फोन पर बातचीत करनी पड़ी। जबकि बुधवार को ब्लिंकेन ने विदेश विभाग में पनामा की विदेश मंत्री जनैना तेवनी से मुलाकात की।
फोन पर हुई दोनों नेताओं की बात
विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस के एक रीडआउट के अनुसार, मंगलवार को दोनों नेताओं के बीच फोन पर बातचीत हुई। इस दौरान शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने “आतंकवाद का मुकाबला कर रहे पाकिस्तान के लिए अमेरिका के दृढ़ समर्थन को रेखांकित किया।” बताते चलें कि ब्लिंकेन और बिलावल दोनों ही मंगलवार को वाशिंगटन में थे, फिर भी दोनों के बीच व्यक्तिगत मुलाकात नहीं हुई।
जलवायु अनुकूल पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन’ पर हुई चर्चा
प्रवक्ता ने कहा कि ब्लिंकेन और बिलावल भुट्टो ने जनवरी में होने वाले ‘जलवायु अनुकूल पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन’ के लिए अपनी पारस्परिक उम्मीदें साझा कीं और निकट समन्वय की आवश्यकता पर चर्चा की। जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र और पाकिस्तान द्वारा आयोजित सम्मेलन का उद्देश्य सितंबर में बाढ़ से तबाह हुए देश के लिए सहायता जुटाना है।
उप विदेश मंत्री से बुधवार को मिले थे बिलावल
इसके बाद बिलावल भुट्टो ने बुधवार को उप विदेश मंत्री वेंडी शर्मन के साथ एक व्यक्तिगत मुलाकात की। दरअसल, वह वाशिंगटन की अपनी तीन दिवसीय यात्रा से लौट रहे थे। मंगलवार को जिस दिन ब्लिंकेन ने बिलावल से बात की थी, उस दिन विदेश विभाग के सार्वजनिक कार्यक्रम में ब्लिंकेन के लिए किसी भी बैठक का कार्यक्रम नहीं था। हालांकि, यह कहा गया कि वह विभाग की बैठकों और ब्रीफिंग में शामिल होंगे।