गुजरात के झागाडिया सुरक्षित सीट पर इस बार लड़ाई काफी दिलचस्प होने वाली है। यहां भारतीय ट्राईबल पार्टी (बीटीपी) के संस्थापक छोटूभाई वसावा अपने बेटे महेश वसावा के खिलाफ नामांकन दाखिल करने का एलान किया है।
गुजरात विधानसभा चुनाव जहां भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) समेत कई दल एक दूसरे को चुनौती दे रहे हैं। वहीं, झागाडिया सीट पर बाप-बेटे के बीच टकराव देखने को मिल रहा है। भारतीय ट्राईबल पार्टी (बीटीपी) के संस्थापक छोटूभाई वसावा झागाडिया (एसटी) सीट पर सोमवार को नामांकन दाखिल करेंगे। वह यहां अपने बेटे और पार्टी अध्यक्ष महेश वसावा के खिलाफ ही लड़ने जा रहे हैं।
आदिवासी मतदाताओं पर अच्छी पकड़ रखने वाली पार्टी के संस्थापक वसावा ने शनिवार को ट्वीट किया कि मैं कल 152 झागाडिया विधानसभा सीट पर नामांकन करूंगा। मेरे सभी कार्यकर्ता वहां मौजूद रहने चाहिए। पिछले कुछ दिनों से बाप-बेटे में मतभेद की खबरें सामने आ रही थीं। नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से गठबंधन को लेकर भी दोनों के बीच मतभेद दिख चुका है।
बता दें कि 2 दिन पहले 11 नवंबर को बीटीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश वसावा ने डिप्टी कलेक्टर ऑफिस में अपना नामांकन दाखिल किया। वह अपने साथ कुछ करीबी लोगों को ही ले गए थे। कार्यकर्ताओं को इसकी नामांकन की जानकारी नहीं दी गई थी। छोटूभाई वसावा झागडिया सीट से सात बार के विधायक हैं और आदिवासियों के बीच अच्छी पकड़ रखते हैं। छोटूभाई वसावा ने कहा है कि कुछ लोग राजनीतिक साजिश रच रहे हैं, जिसमें शामिल होकर महेश झागडिया सीट से लड़ रहे हैं।
इससे पहल वसावा ने दावा किया था कि उन्होंने ही महेश वसावा को नामांकन दाखिल करने को कहा था। मीडिया से बातचीत में छोटू वसावा ने कहा कि मैंने महेश से झागडिया सीट के मुद्दे को सुलझाने को कहा था। लेकिन उसने नामांकन दाखिल कर दिया। यदि महेश अपना नामांकन वापस नहीं लेते हैं तो गुजरात में पहली बार किसी सीट पर बाप-बेटे के बीच टक्कर होगी।