भाजपा के सामने है बागियों से निपटने की चुनौती। टिकट कटने से नाराज कई नेता निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी में। पार्टी को भितरघात का भी है डर। इससे पार्टी की जीत की राह हो सकती है मुश्किल।
दिल्ली नगर निगम चुनाव में टिकट न मिलने को लेकर कार्यकर्ताओं में असंतोष देखा जा रहा है। कोई भी राजनीतिक पार्टी इससे अछूती नहीं है। इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद असंतोष के स्वर मुखर हो गए हैं। ऐसे में एमसीडी चुनाव 2022 में चौथी बार ऐतिहासिक जीत हासिल करने की राह में भाजपा के अपने ही विलेन बन सकते हैं।
निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी में नाराज नेता
जानकारी के मुताबिक, एमसीडी चुनाव में भाजपा के सामने बागियों से निपटने की चुनौती है। दरअसल, टिकट कटने से नाराज कई नेता निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। ऐसे में भाजपा को भितरघात का डर भी सता रहा है। इससे पार्टी की जीत की राह काफी मुश्किल हो सकती है।
भाजपा ने 18 वार्डों के लिए प्रत्याशियों के नाम किए घोषित
नगर निगम चुनाव के लिए भाजपा ने शेष 18 सीटों पर रविवार देर रात उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। इससे पहले शनिवार रात को पार्टी ने 232 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी, लेकिन सीटों पर फैसला नहीं हो सका था। घोषित प्रत्याशियों में से भी कई को लेकर विवाद था। राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से विचार विमर्श के बाद प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी की गई।
वार्डः प्रत्याशी
1.रानी बाग (महिला)- ज्योति अग्रवाल
2.कोहाट एन्कलेव- रवि हंस
3.शकुरपुर (अनुसूचित जाति)- किशन बेमाड
4.त्रिनगर (महिला)- मीनू गोयल
5. कुरेश नगर (महिला)- शमीना राजा
6. पहाड़गंज- मनीष चड्डा
7.रघुवीर नगर(अनुसूचित जाति महिला)- उर्मिला गंगवाल
8.राजनगर (महिला)- अरुणा रावत
9.दरियागंज- ललित भामरी
10.संगम विहार सी- नीरज गुप्ता
11. संगम विहार बी (महिला)- सविता देवी
12.श्रीनिवासपुरी- राजपाल सिंह
13.मीठापुर (महिला)- गुड्डी चौधरी
14.जैतपुर (महिला)- रचना मिश्रा
15.मयूर विहार फेज एक(अनुसूचित जाति महिला)- प्रेमा देवी
16.मौजपुर – अनिल गौर
17. ब्रह्मपुरी- कविता शर्मा
18. यमुना विहार- प्रमोद गुप्ता
पोस्टर से जनता को बताएंगे AAP का भ्रष्टाचार
भाजपा ने आप सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की तस्वीर लगाकर पोस्टर जारी किया है। पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि आबकारी नीति घोटाला सहित भ्रष्टाचार के अन्य मामलों को कार्यकर्ता जनता के बीच लेकर जाएंगे।
उन्होंने कहा कि नई आबकारी नीति से शराब माफिया को लाभ पहुंचाया गया। सीबीआइ जांच शुरू होने के बाद सरकार ने इसे वापस लिया। सितंबर में पुरानी नीति लागू होने के बाद 768 करोड़ रुपये की कमाई हुई। प्रतिदिन आठ करोड़ का लाभ हो रहा है। इससे स्पष्ट है कि नई आबकारी नीति से शराब माफिया को लाभ पहुंचाया गया। इस पैसे को आप गुजरात चुनाव में लगा रही है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव के लिए नामांकन का आज 14 नवंबर को आखिरी दिन है। 16 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। 19 नवंबर तक लोग नामांकन पत्र वापस ले सकेंगे। एकीकृत नगर निगम के चुनाव चार दिसंबर और मतगणना सात दिसंबर को होगी।