विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत-चीन कॉर्प्स कमांडर स्तर की 21वीं बैठक 19 फरवरी को चुशुल-मोल्डो बॉर्डर मीटिंग प्वाइंट पर आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा कि चर्चा के दौरान दोनों देशों ने मैत्रीपूर्ण तरीके से अपने विचारों को एक-दूसरे के सामने रखा।
भारत और चीन लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोन समेत सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखने पर सहमति जताई है। इस हफ्ते हुई उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता के बाद ही इसपर सहमति जताई गई है। हालांकि, सोमवार की वार्ता में साढ़े तीन साल से चल रहे विवाद के समाधान पर कोई स्पष्ट चर्चा नहीं हुई है।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत-चीन कोर कमांडर स्तर की 21वीं बैठक 19 फरवरी को चुशुल-मोल्डो बॉर्डर मीटिंग प्वाइंट पर आयोजित की गई थी। मंत्रालय की तरफ से जारी बयन में कहा गया, पिछले दौरों में दोनों देशों की सेनाओं के सीमाई इलाकों से पीछे हटने को लेकर जो चर्चा हुई थी, वह भारत-चीन के बीच सीमा पर शांति के लिए अहम आधार हैं।
मंत्रालय ने बताया कि चर्चा के दौरान दोनों देशों ने मैत्रीपूर्ण तरीके से अपने विचारों को एक-दूसरे के सामने रखा। दोनों ही पक्षों ने अंतरिम रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्धता जताई है।