महाराजा ट्रॉफी के पहले सेंचुरियन रोहन पाटिल ने एकबार फिर फैंस का दिल जीत लिया 

महाराजा ट्रॉफी के पहले सेंचुरियन रोहन पाटिल ने एकबार फिर से अपनी दमदार बल्लेबाजी से फैंस का दिल जीत लिया है। बेंगलुरु ब्लास्टर्स के खिलाफ उन्होंने क्वालीफायर 1 के मुकाबले में 108 रन की विस्फोटक पारी खेली। हालांकि उनकी यह पारी उनके टीम के काम नहीं आई।

 अभी हाल ही में महाराजा ट्रॉफी में पहली सेंचुरी लगााकर सुर्खियों में आने वाले 20 वर्षीय रोहन पाटिल रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। उनकी विस्फोटक पारी लगातार इस बात की ओर इशारा कर रही है कि वह बड़े मंच पर खेलने के लिए बने हैं। एक बार फिर से इस बल्लेबाज ने अपनी आक्रमकता से फैंस का दिल जीत लिया है। महाराजा ट्रॉफी के एक मैच में रोहन ने रन आउट होने से पहले केवल 49 गेंदों पर 108 रन की विस्फोटक पारी खेली। उन्होंने 220.41 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए अपनी इस शतकीय पारी में 10 चौके और 7 छक्के लगाए।

काम नहीं आई रोहन की पारी

हालांकि रोहन की यह पारी उनके टीम के काम नहीं आई। बेंगलुरु ब्लास्टर्स ने उनकी टीम को 44 रनों से हरा दिया। बेंगलुरु ब्लास्टर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मयंक अग्रवाल के शतक और चेतन की अर्धशतकीय पारी की बदौलत 20 ओवर में 3 विकेट खोकर 227 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। ब्लास्टर्स की तरफ से कप्तान मयंक अग्रवाल ने 61 गेंदों पर 112 जबकि एलआर चेतन ने 48 गेंदों पर 80 रन की पारी खेली। जवाब में गुलवर्ग मिस्टिक्स की टीम रोहन पाटिल के शानदार पारी के बावजूद 183 रन बनाकर ऑल आउट हो गई।

महाराजा ट्रॉफी के पहले सेंचुरियन हैं रोहन

अभी हाल ही में रोहन पाटिल ने महाराजा ट्रॉफी के पहले सीजन में शतक लगाकर इस टूर्नामेंट के पहले सेंचुरियन होने की उपलब्धि हासिल की थी। उस मैच में उन्होंने केवल 42 गेंदों पर सेंचुरी लगाई थी जिसमें 11 चौके और 7 छक्के शामिल थे। इस टूर्नामेंट में रोहन पाटिल के अब तक के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने 10 मैचों में 44.75 की औसत से 358 रन बना लिए हैं। 10 इनिंग्स में उन्होंने दो शतक के अलावा एक अर्धशतक लगाया है।

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