महाराष्ट्र: नागपुर में पांच साल की एक बच्ची को उसके माता-पिता ने ‘काला जादू’ के नाम पर मार डाला

महाराष्ट्र के नागपुर में पांच साल की एक बच्ची को उसके माता-पिता ने ‘काला जादू’ के नाम पर पीट-पीटकर मार डाला। जी दरसल इस मामले में पुलिस ने बताया कि यह घटना शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात की है। इस मामले में पुलिस ने बच्ची के पिता सिद्धार्थ चिमने, मां रंजना और चाची प्रिया बंसोड़ को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि, सुभाष नगर निवासी चिमने यूट्यूब पर एक स्थानीय समाचार चैनल चलाता है। वह पिछले महीने गुरु पूर्णिमा पर अपनी पत्नी, पांच और 16 साल की दो बेटियों के साथ तकलघाट इलाके में दरगाह गया था। उसके बाद से व्यक्ति को अपनी छोटी बेटी के व्यवहार में कुछ बदलाव महसूस हो रहा था। इसके अलावा अधिकारी ने बताया कि पिता का मानना ​​था कि बच्ची पर ‘कुछ बुरी शक्तियों का साया’ है और उसने उन्हें दूर भगाने के लिए ‘काला जादू’ करने का फैसला किया गया।

इसी के साथ लड़की के माता-पिता और चाची ने रात में ‘काला जादू’ करना शुरू किया और उसका वीडियो भी बनाया, जिसे बाद में पुलिस ने उनके फोन से बरामद कर लिया। वहीं वीडियो में आरोपी रो रही लड़की से कुछ सवाल पूछते नजर आ रहे हैं। इस मामले में अधिकारी ने बताया कि बच्ची सवालों को समझ नहीं पा रही थी। इसी दौरान तीनों आरोपियों ने बच्ची को बुरी तरह पीटा, जिसके बाद वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी। उसके बाद आरोपी शनिवार सुबह बच्ची को एक दरगाह पर ले गए और उसके बाद में, वे उसे सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले गए और वहां से भाग गए। इसी के साथ अधिकारी ने बताया कि अस्पताल के एक सुरक्षाकर्मी को उन पर संदेह हुआ और उसने अपने मोबाइल फोन पर उनकी कार की तस्वीर खींच ली।

इसके अलावा उन्होंने बताया कि अस्पताल के डॉक्टर्स ने बाद में बच्ची को मृत घोषित कर दिया और पुलिस को इसकी सूचना दी। वाहन पंजीकरण संख्या के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई। वहीं आगे पुलिस ऑफिसर ने बताया कि राणा प्रताप नगर थाने के अधिकारी आरोपियों के घर पहुंचे और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और ‘महाराष्ट्र मानव बलि और अन्य अमानवीय, बुरी व अघोरी प्रथाओं और काला जादू रोकथाम अधिनियम’ के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया।

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