कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुकुल वासनिक को मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया है। कहा जा रहा है कि मुकुल वासनिक को कांग्रेस में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा, इसको लेकर संशय बरकरार है। कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम लिया जा रहा था। हालांकि, इस पद को संभालने से इन्कार करते रहे हैं। वही, अब कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बड़ा फैसला लिया है। कद्दावर नेता मुकुल वासनिक को मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव की जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया है। उनकी जगह दिल्ली के मशहूर नेता जेपी अग्रवाल को मध्य प्रदेश का प्रभार दिया गया है।कांग्रेस संगठन में हुए बदलाव के आदेश कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल की तरफ से जारी किए गए हैं। वेणुगोपाल ने एक चिट्ठी लिखकर कहा, ‘कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के महासचिव मुकुल वासनिक को मध्य प्रदेश के प्रभारी के रूप में उनकी वर्तमान जिम्मेदारी से मुक्त करने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। जिससे वे अन्य संगठनात्मक मामलों की देखरेख कर सकें। कांग्रेस अध्यक्ष के आदेश पर तत्काल प्रभाव से जयप्रकाश अग्रवाल को मध्य प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया है। मुकुल वासनिक कांग्रेस महासचिव बने रहेंगे। एमपी के प्रभारी महासचिव के रूप में उनके योगदान की पार्टी सराहना करती है।’
मुकुल वासनिक को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी?
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए प्लान बी पर भी काम कर रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि अशोक गहलोत के चुनाव लड़ने से इन्कार करने पर मुकुल वासनिक को नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए आगे किया जा सकता है। एक संभावना ये भी है कि उन्हें महासचिव (संगठन) बनाया जा सकता है। अभी ये पद राहुल गांधी के करीबी केसी वेणुगोपाल के पास है। वासनिक को संगठन में लंबा अनुभव है, उन्होंने कांग्रेस के छात्र विंग एनएसयूआई के साथ अपनी राजनीति की शुरुआत की थी।
जी-23 ग्रुप के नेता हैं मुकुल वासनिक
वासनिक जी-23 के उन व्यक्तियों में से एक थे जिन्होंने 2019 में पार्टी में सुधार के लिए सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर वे कुछ नेताओं के पसंदीदा थे, लेकिन सीडब्ल्यूसी ने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया को बनाने का फैसला किया।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए इच्छुक नहीं राहुल गांधी!कांग्रेस का एक धड़ा मानता है कि राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभालना चाहिए, लेकिन राहुल कई मौकों पर संकेत दे चुके हैं कि वे खुद इसके इच्छुक नहीं हैं। राहुल गैर गांधी परिवार से कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की पैरवी कर चुके हैं।