मंगलवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के एक हॉस्टल की मेस में मांसाहार भोजन बनाए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने यहां पर लगी बैरिकेडिंग भी तोड़ दी और मेन गेट से अंदर आने का प्रयास किया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के एक हॉस्टल की मेस में मांसाहार भोजन बनाए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया। मंगलवार को आइआइटी रुड़की के मेन गेट में संगठन के कार्यकर्ता एकत्रित हुए।
इस दौरान यहां पर तैनात संस्थान के सुरक्षाकर्मियों और सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने कार्यकर्ताओं को अंदर जाने से रोका।
आइआइटी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की
वहीं संस्थान के मेन गेट को बंद कर दिया गया। इसके बाद अभाविप कार्यकर्ताओं ने मेन गेट के बाहर खड़े होकर आइआइटी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अभाविप के कार्यकर्ताओं ने कहा कि शिक्षा के मंदिर में छात्रों को मांसाहारी भोजन नहीं परोसने दिया जाएगा।
मेस में मांसाहार भोजन बनाने के लिए अलग से की जा रही व्यवस्था
इस दौरान आइआइटी प्रशासन ने आश्वासन दिया कि मेस में मांसाहार भोजन बनाने के लिए अलग से व्यवस्था की जा रही है। विदित है कि कुछ दिन पहले हिंदू संगठन की ओर से भी इसके विरोध में प्रदर्शन किया गया था। मंगलवार को प्रदर्शन करने वालों में अभाविप के जिला प्रमुख गीतेंद्र, विशाल, गोविंद, जितेंद्र, रवि आदि कार्यकर्ता शामिल रहे
कुछ दिन पहले छात्रों ने भी किया था विरोध
बता दें कि कुछ दिन पहले आइआइटी रुड़की के हॉस्टल की मेस में सप्ताह में दो दिन नॉनवेज भोजन शुरू करने को लेकर छात्रों में घमासान हो गया था। आइआइटी रुड़की में 12 मेस हैं। आजाद भवन मेस को छोड़कर अभी तक सभी मेस में नॉनवेज बनाया जाता है, लेकिन पिछले कुछ दिन से आजाद भवन मेस में भी नॉनवेज बनाना शुरू कर दिया गया था।छात्रों का कहना है कि यदि नॉनवेज बनाना है तो अलग मेस में बनाया जाए। छात्रों ने इसको लेकर डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर को भी लिखित में शिकायत की थी। करीब 50 छात्रों ने इस मामाले में डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर प्रोफेसर एमके बरुआ को लिखित में शिकायत दी थी।