राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘राष्ट्रपत्नी’ कहे जाने पर सत्तारूढ़ दल भाजपा के सांसदों ने 28 जुलाई को संसद में हंगामा किया। उनकी तरफ से अधीर रंजन चौधरी और सोनिया गांधी से माफी की मांग हुई। इस विवाद के बीच सोनिया गांधी ने अधीर रंजन का बचाव किया और कहा कि वो माफी मांग चुके हैं। वहीं आपत्तिजनक बयान को लेकर अधीर रंजन चौधरी द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए भावुक हो गए और सोनिया गांधी को अपना अभिभावक बताया।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन ने कहा, “संसद में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मेरा नाम लेकर मुझ पर हमला किया। जिसपर मैंने जवाब देने का समय मांगा लेकिन मुझे मौका नहीं मिला और सदन को दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया गया। बाद में मैं अध्यक्ष के पास गया, उनसे विनती की कि मुझे मेरे खिलाफ लगाए गए आरोपों का जवाब देने की अनुमति दी जाए।
अधीर रंजन बोले- लगा कि मैं अनाथ नहीं हूं
अधीर रंजन ने कहा कि सोनिया गांधी भी स्पीकर के पास गईं और मेरा पक्ष रखने के लिए समय देने की बात कही। उन्होंने स्पीकर से कहा कि “अधीर को जवाब देने का मौका दिया जाना चाहिए।” अधीर रंजन ने कहा कि यह मेरे संसदीय करियर का बेहद महत्वपूर्ण दिन था, मुझे लगा कि मैं अनाथ नहीं हूं…सोनिया गांधी में मेरी अभिभावक हैं।”
वहीं माफी मांगने के सवाल पर अधीर रंजन ने कहा कि पाखंडियों (भाजपा) से माफी मांगने का सवाल ही नहीं है। मैंने स्पष्ट रूप से कहा कि यह एक चूक है, और कुछ नहीं। मैं हिंदी का अधिक ज्ञान नहीं है, मैं एक बंगाली भाषी व्यक्ति हूं, मेरी जुबान फिसल गई। मेरी कोई गलत मंशा नहीं थी।