
लोग बड़ी संख्या में ताइवान के न्यू ताइपे शहर में पोलर लाइट ट्रेनिंग नाम के एक निजी नागरिक प्रशिक्षण संगठन में सैन्य अभ्यास की बारीकियां सीख रहे हैं। इस दौरान वह एयर सॉफ्ट गन से निशानेबाजी कर रहे हैं।
ताइवान और चीन के बीच लगातार तनाव जारी है। इस बीच, अमेरिका ने ऐलान किया है कि वो ताइवान को 1.1 बिलियन डॉलर यानी करीब 8768 करोड़ रुपये के हथियार देगा। अमेरिका की इस मदद से ताइवान की सुरक्षा प्रणाली मजबूत होगी। इस बात पर चीन पूरी तरह से भड़क गया है। चीन से मुकाबला करने के लिए ताइवना अपनी मुहिम में लगा हुआ है। समाचार एजेंसी एपी के अनुसार ताइवान की सेना में शामिल एक पूर्व कप्तान क्रिस चेन लोगों को सैन्य प्रशिक्षण दे रहे हैं। चीनी आक्रमण को रोकने व उससे बचने लिए क्रिस चेन ताइवान के प्रयासों में लगे हुए हैं।
एयर सॉफ्ट गन से ताइवान के लोग सीख रहे निशानेबाजी
लोग बड़ी संख्या में ताइवान के न्यू ताइपे शहर में पोलर लाइट ट्रेनिंग नाम के एक निजी नागरिक प्रशिक्षण संगठन में सैन्य अभ्यास की बारीकियां सीख रहे हैं। इस दौरान वह एयर सॉफ्ट गन से निशानेबाजी कर रहे हैं।
विशेषज्ञों ने कहा कि नागरिक रक्षा और रिजर्व बलों का एक महत्वपूर्ण निवारक प्रभाव है, जो संभावित हमलावर को दर्शाता है कि आक्रमण के जोखिम अधिक हैं
ताइवान की सेना में हैं करीब दो लाख सैनिक
अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान की यात्रा को लेकर दोनों देशों के बीच टकराव का माहौल है। इस बीच विशेषज्ञों ने कहा कि नागरिक रक्षा और रिजर्व बल ताइवान के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। ताइवान के पास अपनी 188,000 सैनिकों वाली सेना है। इसमें 90 प्रतिशत स्वयंसेवक हैं और 10 प्रतिशत पुरुष अपनी चार महीने की अनिवार्य सैन्य सेवा कर रहे हैं।
ताइवान में रिजर्व सिस्टम की लंबे समय से आलोचना की गई है। पूर्व कप्तान चेन जैसे कई लोगों ने महसूस किया कि ज्यादातर पूर्व सैनिकों के लिए सात दिनों का प्रशिक्षण समय की बर्बादी थी, जिसने उन्हें पर्याप्त रूप से तैयार नहीं किया।