कार्तिक मास के पूर्णिमा तिथि के दिन विशेष व्रत रखा जाता है। इस विशेष दिन पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और दीपदान करते हैं। बता दें कि शुभ मुहूर्त में किए गए दीपदान से शुभ परिणाम प्राप्त होता है।भगवान विष्णु को समर्पित कार्तिक पूर्णिमा व्रत का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और उनसे परिवार के कल्याण की प्रार्थना की जाती है। इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा दो दिन यानि 7 और 8 नवम्बर के दिन मनाई जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि इस वर्ष साल का अंतिम चंद्र ग्रहण पूर्णिमा तिथि के दिन लग रहा है। जिस वजह से देव दीपावली पर्व भी 7 नवम्बर के दिन ही मनाया जाएगा। बता दें कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु पवित्र नदी में स्नान करते हैं और दीपदान करते हैं। 8 नवम्बर के दिन शाम के समय चंद्र ग्रहण के कारण दीपदान 7 तारिख को किया जाएगा। हिन्दू पंचांग में स्नान और दान के शुभ मुहूर्त बताए गए हैं। आइए जानते हैं-
कार्तिक पूर्णिमा दीपदान समय
पंचांग के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली पर्व 7 नवम्बर 2022 के दिन मनाया जाएगा। इसी दिन संध्या काल में दीपदान किया जाएगा। साथ ही चंद्रमा की पूजा भी इसी दिन की जाएगी। हिन्दू पंचांग में देव दीपावली का शुभ मुहूर्त शाम 05:14 से शाम 07:49 तक निर्धारित किया गया है।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान कब?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार उदयातिथि के अनुसार स्नान एवं दान करने का विशेष महत्व है। इसलिए भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए पवित्र नदी में स्नान 8 नवम्बर के दिन करें। इस बात का ध्यान रखें कि इस दिन चंद्र ग्रहण लगा जाएगा। जिस वजह से सूतक काल का भी ध्यान रखें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन सूतक काल सुबह आठ बजे लग जाएगा। इसलिए आठ बजे से पहले पवित्र स्नान करने का प्रयास करें और व्रत का संकल्प लें। ज्योतिषाचार्य यही सुझाव घर पर स्नान और दान करने वाले भक्तों को भी दे रहे हैं।