भाजपा के तीन विधायक फरवंती तामांग केएस लेप्चा और राजकुमारी थापा ने विधानसभा सत्र के अंतिम दिन कहा कि उन्हें सिक्किम के पूर्व मुख्यमंत्री तथा एसडीएफ पार्टी के अध्यक्ष पवन चामलिंग ने भाजपा में शामिल कराया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन विधायक फरवंती तामांग, केएस लेप्चा और राजकुमारी थापा ने विधानसभा में आज स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें सिक्किम के पूर्व मुख्यमंत्री तथा एसडीएफ पार्टी के अध्यक्ष पवन चामलिंग ने भाजपा में शामिल किया है। सिक्किम विधानसभा के चार दिवसीय सत्र के अंतिम दिन धन्यवाद ज्ञापन के समय विधायकों ने यह बयान दिया है।
इसे लेकर कल शुक्रवार को एक भाजपा विधायक पिंछो नामग्याल लेप्चा ने पूर्व मुख्यमंत्री तथा विधायक पवन चामलिंग की उपस्थिति में यह बात कही थी। शनिवार भी पूर्व मुख्यमंत्री के अनुपस्थिति बीच भी यह मुद्दा विधानसभा में उठा।
इस मुद्दे पर भाजपा विधायक फरवंती तामांग ने कहा कि अब हम एसडीएफ पार्टी के विधायक नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनाव हारने के बाद हुई विधायक दल की बैठक में 6 महीने तक विपक्ष में बैठ सकते है ऐसा चर्चा भी हुआ। हम क्यों और कैसे भाजपा में शामिल हुए इसका प्रमाण हमारे पास है। आज हम पर बिक्री होने का आरोप है।
इसके बाद विधायक राजकुमारी थापा ने कहा कि भारत के राजनीतिक इतिहास में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री करने वाले नेता है पवन चामलिंग। वह कहते है कि सदन में सत्य बातें रखनी चाहिए। उन्होंने बताया कि सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) पार्टी के लेटर हेड में भाजपा में ज्वाइनिंग की प्रस्ताव बनाया गया है और यह प्रमाण के रूप में दिखाया भी जा सकता है। उनके मुताबिक विधायकों ने राम माधव के उपस्थिति में भाजपा का दामन थामा था। इसके साथ ही विधायक थापा ने बताया कि आज आकर उन्हें 10 करोड़ रुपये में भाजपा में बिकने का आरोप है। लेकिन यह आरोप असत्य है।
विधायक केएस लेप्चा ने अपने संबोधन पर कहा कि वह साल 2014 के विधानसभा चुनाव से एसडीएफ पार्टी में विधायक है। 2019 में भी उन्हें एसडीएफ पार्टी ने टिकट दिया। उन्होंने कहा कि हम उन्हें राजनीतिक गुरु मानते है लेकिन एक वरिष्ठ नेता होकर ऐसी बातें करना भविष्य में आने वाले राजनीतिज्ञों पर क्या संदेश जाएगा। उन्होंन बताया कि पवन चामलिंग ने ही उन्हें दिल्ली में छोड़कर आए है उन्होंने पवन चामलिंग को नहीं छोड़ा था।
विधानसभा में उपस्थित भाजपा अध्यक्ष तथा विधायक डीआर थापा ने भी धन्यवाद ज्ञापन में भाग लिया था लेकिन इस पर उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं थी।
उल्लेख किया जाता है कि साल 2019 के सिक्किम विधानसभा चुनाव में एसडीएफ पार्टी ने कुल 15 सीट में विजय हासिल की थी। इसके बाद दो सीटों पर हुई उप चुनाव में एसडीएफ को हार का सामना करना पड़ा और एसडीएफ विपक्ष में रही। लेकिन 13 अगस्त 2019 को एसडीएफ की टिकट से चुनाव जीतने वाले कुल 13 विधायकों में 10 विधायक भाजपा में शामिल हुए।
विधायकों ने तत्कालीन भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तथा पूर्वोत्तर मामले के प्रभारी राम माधव की उपस्थिति में भाजपा ज्वाइन की। इसके साथ ही 14 अगस्त 2019 को दो विधायक जीटी ढुंगेल और एम प्रसाद शर्मा सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) में शामिल हुए है।