महाराष्ट्र में निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मुंबई पुलिस ने कोर्ट में आवेदन दायर दंपति की जमानत रद्द करने की मांग की है। पुलिस का कहना है कि दोनों ही नेता प्रदेश में नई सरकार के आने के बाद कोर्ट की कार्यवाही से गायब रहे हैं। 1 जुलाई को महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना (मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट) ने सरकार बनाई थी।
मुंबई पुलिस के इस आवेदन को लेकर विशेष अदालत ने राणा दंपति को फटकार लगाई है। विशेष लोक अभियोजक प्रदीप घरात ने कहा कि जब से नई सरकार आई है, तब से ही न दंपति और न ही उनके वकील कोर्ट आए हैं। उन्होंने कहा कि कानूनी प्रक्रिया को हल्के में लिया जा रहा है।
क्या था मामला
तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के बाहर राणा दंपति ने हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही थी। इसके बाद जमकर हंगामा हुआ और उनके खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज हुआ था। बाद में उन्हें जमानत दे दी गई थी। दंपति की तरफ से कोर्ट में पेश हुए शब्बीर शोरा ने कार्यवाही में पेश होने के लिए विस्तार की मांग की है।
खबर है कि फिलहाल केस को 11 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इससे पहले दंपति को कोर्ट में 20 जुलाई को पेश होना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
मंत्री परिषद में मिल सकती है जगह
महाराष्ट्र में मंत्री परिषद को लेकर चर्चाएं जारी हैं। हाल ही में मीडिया रिपोर्ट्स में कुछ संभावित मंत्रियों के नाम भी सामने आए थे। कहा जा रहा है महाराष्ट्र सरकार में निर्दलीय विधायक राणा और बच्चू काडू में से किसी एक को जगह मिल सकती है। खबर है कि गुरुवार को राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दिल्ली दौरे पर चले गए थे। वहीं, सीएम शिंदे ने भी स्वास्थ्य खराब होने की बात कही थी।