भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष के नेतृत्व में भाजपा मुख्यालय में एक बैठक होगी। बैठक में सभी मोर्चा के प्रमुख मौजूद रहेंगे। इस बैठक में गुजरात चुनाव और एमसीडी चुनावों में मोर्चा की भूमिका भी तय की जाएगी।
भारतीय जनता पार्टी ने साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव, गुजरात विधानसभा चुनाव व दिल्ली नगर निगम में जीत दर्ज करने के लिए रणनीति बनानी शुरु कर दी है। इसी क्रम में, आज यानी 13 नवंबर 2022 को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष के नेतृत्व में भाजपा मुख्यालय में एक बैठक होगी। बैठक में सभी मोर्चा के प्रमुख मौजूद रहेंगे। इस बैठक में गुजरात चुनाव और एमसीडी चुनावों में मोर्चा की भूमिका भी तय की जाएगी। पार्टी के अन्य महासचिव भी मौजूद रहेंगे।
गुजरात चुनाव में जोर-शोर से जुटी भाजपा
गुजरात में पिछले 27 साल से लगातार सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी इस बार भी जोर-शोर से जुटी है। इसके लिए उन्होंने उम्मीदवार चुनते वक्त अपनी रणनीति में बदलाव किया है। भाजपा ने इस बार न सिर्फ सांसदों-विधायकों के रिश्ते-नातेदारों को टिकट देने से परहेज किया है, बल्कि 75 पार के नेताओं को प्रत्याशी बनाने से भी कतई बचती नजर आई है। गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के लिए भाजपा ने 166 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। भाजपा की लिस्ट में 75 चेहरे रिपीट किए गए हैं, यानी पिछली बार भी उन्हीं प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था, और 38 चेहरे नए हैं। ऐसे में पार्टी अपने पदाधिकारियों की लंबी फौज गुजरात चुनाव में लगा दी है।
दिल्ली एससीडी के लिए भाजपा सक्रिय
दिल्ली नगर निगम चुनावों की तारिखों की घोषणा हो चुकी है। दिल्ली नगर निगम (MCD) के 250 वार्डों के चुनाव के लिए 12 नवंबर को भाजपा ने 232 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। पार्टी ने एक बयान में कहा कि शेष 18 उम्मीदवारों की घोषणा बाद में की जाएगी। एमसीडी चुनाव चार दिसंबर को होगा और मतगणना सात दिसंबर को होगा। भाजपा नेताओं ने कहा कि भाजपा दिल्ली एमसीडी में हमेशा से ही मजबूत रही है और इस बार भी ऐतिहासिक जीत दर्ज की जाएगी। ऐसे में भाजपा अपने उम्मीदवार की जीत दर्ज करने के लिए सभी मोर्चा और प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों को एक्टिव कर रही है।
2019 में भी मिला था फायदा
गौरतलब है कि भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 303 सीटों पर जीत हासिल कर बहुमत की सरकार बनाई थी। उस चुनाव में भी भाजपा ने इसी तरह का मास्टर प्लान तैयार किया था। भाजपा को उस प्लान का फायदा भी मिला था। तब 2019 में भाजपा ने 2014 की 282 सीटों की तुलना में 300 सीटों पर जीत दर्ज की थी। आम चुनाव में अभी 2 साल का समय है, लेकिन भाजपा अभी से रणनीति बनानी शुरु कर दी है।