शिवा दुनिया की सबसे ऊंची युद्धक्षेत्र सियाचिन में सक्रिय रूप से तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं..

भारतीय सेना में महिलाओं की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है। इसका उदाहरण भारत की बेटी शिवा चौहान ने पेश किया है।बता दें कि शिवा दुनिया की सबसे ऊंची युद्धक्षेत्र सियाचिन में सक्रिय रूप से तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं हैं।

 भारतीय सेना में महिलाओं की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है। इसका उदाहरण भारत की बेटी ने पेश किया है।

बता दें कि शिवा दुनिया की सबसे ऊंची युद्धक्षेत्र सियाचिन में सक्रिय रूप से तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं हैं। इसी के साथ 6 मार्च को शिवा चौहान ने उम्मीद जताई है कि उनकी इस उपलब्धि के बाद और भी लड़कियां भारतीय सेना में शामिल होंगी।

कठोर प्रशिक्षण के बाद इस मुकाम पर पहुंची शिवा

दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र में कठिन प्रशिक्षण पूरा करने के बाद फायर एंड फ्यूरी सैपर्स की कैप्टन शिवा चौहान को कुमार पोस्ट में ऑपरेशनल रूप से तैनात किया गया हैं।

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा  ने कहा कि यह वास्तव में एक महान अनुभव है और यहां सबसे पहले सियाचिन में आने का एक महान अवसर है। इसके अलावा, मुझे लगता है कि अब से अधिक महिला अधिकारी इस क्षेत्र की सेवा करने के लिए यहां आएंगी और शायद भारतीय सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित हो सकती हैं।

‘सुपर एक्साइटमेंट है मेरी जिंदगी’

कैप्टन ने अपनी जर्नी को शेयर करते हुए कहा कि मेरे जीवन में मेरे जीवन में कई सुपर एक्साइटमेंट और संभावनाएं हैं। सियाचिन आने के बाद यहां मुझे इस इलाके में तैनात दूसरे कोर के बारे में पता चला। यह मेरे लिए एक शानदार जर्नी रही है।

सियाचिन में साइकिलिंग करते नजर आई शिवा

पहले, भारतीय सेना द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में, कैप्टन शिवा चौहान को सियाचिन में बेहद कम तापमान के बीच साइकिलिंग और रॉक क्लाइम्बिंग जैसी गतिविधियों में भाग लेते देखा गया। शिवा ने इस बात पर जोर डाला की आजकल नौकरी के सभी क्षेत्रों में महिला अधिकारियों को पर्याप्त अवसर दिए जाते हैं और वे अपने पुरुष समकक्ष के बराबर समान रूप से कार्यरत हैं।

लड़कियों को दिया प्यारा संदेश

शिवा ने उन लड़कियों को भी संदेश दिया, जो भारतीय सेना में जाने की इच्छा रखती हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं सभी लड़कियों को बताना चाहूंगी कि उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होना चाहिए और मानसिक रूप से तैयार होना चाहिए ताकि उन्हें ऐसे में भेजा जा सके। उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना पड़ सकता है क्योंकि नौकरी यही मांग करती है। यह जीवन जीने का एक तरीका है, न कि केवल नौकरी करना।’

शिवा चौहान

सियाचिन बैटल स्कूल में अन्य कर्मियों के साथ एक महीने का कठिन प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, कैप्टन चौहान को दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र कुमार पोस्ट में तैनात किया गया। शिवा चौहान को मई 2021 में ही सेना में कमीशन मिला था। शिवा राजस्थान की रहने वाली हैं

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