वर्ष 2020 ने जब कोरोना आया तब पूरा देश थम गया। बाजार बंद, इंसान घरों में कैद, सड़कें सूनसान और रेल गाड़ियों के पहिये थम गए थे। धीरे-धीरे कोरोना का संक्रमण कम हुआ तो रेलवे विभाग ने कुछ ट्रेनें तो शुरू कीं लेकिन ज्यादातर बंद ही रहीं। कुछ समय बाद और ट्रेनें बढ़ाई गईं। लेकिन अभी भी तमाम ट्रेनें बंद हैं। इनमें भी ज्यादातर वो ट्रेनें थीं जो लोकल स्तर पर चला करती थीं। लेकिन अब रेल मंत्रालय ने इन ट्रेनों को दोबारा चालू करने का फैसला किया है।
खबरों के अनुसार, कोरोना के दौरान बंद सभी ट्रेनों का संचालन इसी सप्ताह शुरू हो जाएगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसके लिए मंत्रालय को निर्देश दिया है। संबंधित जोन से सप्ताह भर के भीतर अपनी तैयारी कर लेने को कहा गया है। माना जा रहा है कि इस सप्ताह 500 ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। बंद हुई ट्रेनों की वजह से तमाम मुश्किलें झेल रहे यात्रियों को इससे भारी राहत मिलेगी।
चरणबद्ध तरीके से शुरू होगा संचालन
कोरोना के मामले घटने के बाद जरूरत और मांग के मद्देनजर ट्रेनों का संचालन चरणबद्ध तरीके से शुरू किया गया। फिलहाल 2,300 ट्रेनों का संचालन हो रहा है। 500 ट्रेनों का संचालन अब भी नहीं हो पाया है। सरकार के इस फैसले के बाद चलाई जाने वाली 500 ट्रेनों में एक सौ से अधिक ट्रेनें मेल व एक्सप्रेस श्रेणी की हैं। बाकी 400 ट्रेनें पैसेंजर हैं। इन पैसेंजर ट्रेनों के बंद होने से स्थानीय स्तर पर चलने वाले दैनिक यात्रियों की समस्या बढ़ गई थी।
इस समय चल रहीं 2300 ट्रेनें
कोरोना के केस घटने के बाद कई ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया। लेकिन कई ट्रेनें बंद रही थीं। बंद ट्रेनों को चलाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों से मांग बढ़ गई थी। मानसून सत्र के दौरान भी कई सांसदों ने वैष्णव से मिलकर बंद ट्रेनों को चलाने का आग्रह किया। इस समय चलाई जा रही 2,300 ट्रेनों में 1,770 ट्रेनें मेल व एक्सप्रेस श्रेणी की हैं। अगले सप्ताह इनकी संख्या 1,900 से अधिक हो जाएंगी। कोरोना के बाद स्थिति सामान्य होने पर भी ज्यादातर पैसेंजर ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं हो पाया था। हालांकि कुछ पैसेंजर ट्रेनों का संचालन तो शुरू किया गया लेकिन इनमें भी एक्सप्रेस ट्रेन वाला किराया वसूला जा रहा है।