जन्माष्टमी के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा पहुंचकर श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने मथुरा और ब्रज क्षेत्र के लिए 645 करोड रुपये की 118 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया, जिसे मथुरावासियों के लिए एक बडा तोहफा माना जा रहा है।
गुलामी के प्रतीकों को खत्म करने का संकल्प
मथुरा में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए, मुख्यमंत्री योगी ने एक बडा बयान दिया, जिसने सबका ध्यान खींचा। उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार गुलामी के अंश को खत्म कर रही है।’ उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर का जिक्र करते हुए कहा कि हमने वहां 500 सालों के गुलामी के प्रतीक को हटाया और अब मथुरा में भी यही काम करेंगे। उनका यह बयान सीधे तौर पर श्री कृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद की ओर इशारा करता है, जो लंबे समय से चल रहा है।
ब्रज क्षेत्र के विकास पर फोकस
योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार ने मथुरा, वृंदावन, बरसाना, गोकुल, बलदेव, गोवर्धन और राधा कुंड को तीर्थ स्थल के रूप में उनकी पौराणिक मान्यता को फिर से बहाल करने का फैसला किया है। उन्होंने ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सराहना करते हुए कहा कि यह परिषद ब्रज क्षेत्र के समग्र विकास के लिए काम कर रहा है।
उन्होंने आगे कहा, ‘आज उत्तर प्रदेश अपनी आध्यात्मिक विरासत और अत्याधुनिक विकास के लिए दुनिया में एक नया प्रतिमान स्थापित कर रहा है।’ उन्होंने यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और 5000 साल की पौराणिक विरासत के संरक्षण के लिए आधुनिक विकास पर जोर दिया।