पहाड़ों में ठंड के दौरान सब्जियों की उपज बढ़ने लगी है। उत्तराखंड के बाजार पहाड़ी सब्जियों से गुलजार होने लगे हैं। इन सब्जियों की डिमांड बढ़ने से पहाड़ी काश्तकारों के चेहरे भी खिल उठे हैं।
मौसम में हल्की ठंड के साथ ही कोटद्वार सहित उत्तराखंड के बाजार पहाड़ी सब्जियों से गुलजार होने लगे हैं।
इम्युनिटी बढ़ाने वाली सब्जियों की डिमांड लगातार बढ़ रही
मूला, गिंठी, पिंडालू के साथ ही इम्युनिटी बढ़ाने वाली अन्य सब्जियों की डिमांड लगातार बढ़ रही है। मैदान में बढ़ रही सब्जियों की मांग से पहाड़ी काश्तकारों के चेहरे भी खिल उठे।
पहाड़ों में ठंड के दौरान सब्जियों की उपज बढ़ने लगी है। यही कारण है कि पहाड़ से सब्जियों की कई प्रजातियां मैदान में बिकने के लिए पहुंचने लगी है। सब्जियों की डिमांड बढ़ने से पहाड़ी काश्तकारों के चेहरे भी खिल उठे हैं।
प्रवासी भी भर-भरकर लेकर जा रहे सब्जियां
कोटद्वार से दिल्ली व अन्य मैदानी क्षेत्रों को जाने वाली प्रवासी भी भर-भरकर सब्जियां लेकर जा रहे हैं। कोटद्वार में सबसे अधिक सब्जी दुगड्डा, यमकेश्वर व रिखणीखाल ब्लाक के विभिन्न गांव से पहुंच रही है। बाजार में माल्टे की भी काफी डिमांड है।
इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाती है सब्जी
पहाड़ी उत्पाद प्रोटीन से भरपूर रहते हैं। यही कारण है कि कोरोना काल में इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाने के लिए भी इन सब्जियों की काफी मांग थी। ठंड के मौसम में पहाड़ी उत्पादों की अधिक डिमांड रहती है। वहीं, बाजार में पहाड़ी दाल की भी काफी मांग है।
यह हैं दाम
- सब्जी – दाम
- मूला -50 रुपये किलो
- गेंठी – 80 रुपये किलो
- पिंडालू – 50 रुपये किलो
राशन के साथ रखी थी सब्जियां, दी चेतावनी
वहीं नई टिहरी में खाद्य सुरक्षा विभाग ने नैनबाग बाजार में चेकिंग अभियान के दौरान व्यापारियों को लाइसेंस बनाने और दुकानों में सामान व्यवस्थित रखने के निर्देश दिए। कई व्यापारियों ने राशन की दुकान में ही सब्जियां भी रखी थी। विभागीय टीम ने व्यापारियों को चेतावनी देकर राशन और सब्जियां अलग-अलग रखने के निर्देश दिए।खाद्य सुरक्षा अभिहित अधिकारी महिमानंद जोशी ने नैनबाग बाजार में चेकिंग अभियान चलाया। मिठाई की दुकानों में बिना निर्माण तिथि के कुछ मिठाइयां रखी गई थी। उन्होंने व्यापारयों को मिठाई पर निर्माण और उपयोग तिथि लिखने के निर्देश दिए।