समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे आजम खां को सुप्रीम कोर्ट से आज झटका लगा है। उच्चतम न्यायलय ने बुधवार को आजम खां की कुछ मामलों को उत्तर प्रदेश से दूसरे राज्य में स्थानांतरित करने की मांग वाली याचिका पर विचार करने से इनकार करते हुए उन्हें हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए कहा है। साथ ही कोर्ट ने निर्देश दिया कि उनकी याचिका पर जल्द से जल्द सुनवाई की जाए। आज़म खां की दलील थी कि यूपी में उन्हें न्याय नहीं मिल सकता है। उल्लेखनीय है कि आजम खां और उनके परिवार के सदस्यों पर कई मामले लंबित हैं, जिनकी सुनवाई चल रही है। सपा नेता लगातार आरोप लगाते रहे हैं कि योगी सरकार उन्हें जानबूझकर निशाना बना रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सपा नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम के खिलाफ 87 मामले दर्ज हैं, जिनका ट्रायल अलग-अलग कोर्ट में चल रहा है। आजम खान ने इन मामलों को उत्तर प्रदेश से बाहर ट्रांसफर कराने की याचिका दी थी। जिसे सुप्रीम कोर्ट ने सुनने से इनकार करते हुए कहा कि आप पहले हाईकोर्ट जाइए। ऐसा नहीं है आपको UP में न्याय नहीं मिलेगा। आजम खां के वकील कपिल सिब्बल ने दलील दी थी कि उत्तर प्रदेश में उन्हें न्याय की उम्मीद नहीं है।