देश में इन दिनों लोकसभा चुनाव हो रहा है। इस बीच ईवीएम मशीन पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। ऐसे में राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने एक खास चार्ट तैयार किया है।
देश में इन दिनों लोकसभा चुनाव हो रहा है। अब तक छह चरणों के दौरान कई प्रदेशों में मतदान हो गए हैं और अभी आगे कई राज्यों में कराए जाने हैं। वोटरों को लामबंद करने के लिए विभिन्न राजनैतिक दलों के नेता अलग-अलग राज्यों का दौरा कर रहे हैं और विरोधियों के खिलाफ बयानबाजी का दौर जारी है। इस बीच ईवीएम मशीन पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। ऐसे में राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने एक खास चार्ट तैयार किया है। उन्होंने कहा कि मतदाता को यह विश्वास दिलाना चाहिए कि उसने जिसे वोट दिया उसे ही गया है।
छेड़छाड़ की कोई संभावना नहीं
राज्यसभा सांसद ने कहा, ‘बहुत सारे लोग कह रहे हैं कि इन मशीनों (ईवीएम) से छेड़छाड़ की गई है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि छेड़छाड़ की कोई संभावना नहीं है। हम यह नहीं कह रहे कि उनके साथ छेड़छाड़ की गई हैं और नहीं की गई है। ऐसा तो है नहीं कि किसी मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। किसी भी मशीन से छेड़छाड़ की जा सकती है। हमें विश्वास है लेकिन मतदाता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसका वोट उस उम्मीदवार को गया है जिसे उसने वोट दिया है। वोटों की संख्या और समय में अंतर होगा तो आपको पता चल जाएगा। मैंने यह जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश की और एक चार्ट सभी के लिए बनाया है।
मशीनें खोलने से पहले क्या करना है?
सिब्बल ने कहा, ‘आप सभी जानते हैं कि मतदान के नतीजे चार जून को आएंगे। मैं जनता और राजनीतिक दलों को इस बात से अवगत कराना चाहता हूं कि जब मशीनें (ईवीएम) खुलेंगी तो आपको क्या करना चाहिए। इसलिए मैंने सभी दलों और सभी मतगणना एजेंटों के लिए एक चार्ट बनाया है।’
इन बातों का रखना होगा ध्यान
उन्होंने आगे कहा, ‘इस चार्ट में कंट्रोल यूनिट (सीयू) नंबर, बैलट यूनिट (बीयू) नंबर, और वीवीपैट आईडी मौजूद होंगे। साथ ही पेपर सील होंगे। तीसरा स्तंभ बहुत महत्वपूर्ण है। तीसरे कॉलम में चार जून 2024 लिखा है और मशीन खुलने का समय नीचे लिखा है। इस समय में अगर कोई फर्क होगा तो आपको पता चल जाएगा कि मशीन पहले से ही कहीं खुल चुकी है। फिर, कंट्रोल यूनिट का सीरियल नंबर भी यहां लिखित रूप में होगा, आपको उसका भी मिलान करना होगा।’
राज्यसभा सांसद सिब्बल ने कहा, ‘दो बातों का ध्यान रखें, रिजल्ट बटन को तब तक न दबाएं जब तक कि उपरोक्त कॉलम में वेरिफिकेशन न हो जाए और अगर उस समय और रिजल्ट के समय में अंतर हो तो कुछ गड़बड़ है। मैं चाहूंगा कि सभी राजनीतिक दल और वहां बैठे सभी उम्मीदवार सावधानी से पहले कॉलम की जांच करें और इसे तभी खोलें।’