लखनऊ/मेरठ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गुरुवार को मेरठ (Meerut) में देश भर के दिव्यांग पैराओलिम्पिनस खिलाड़ियों का सम्मान किया और उन्हें 32.50 करोड़ रुपये की राशि से सम्मानित भी किया. सम्मान समारोह के दौरान अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि खिलाड़ी देश के लिए खेलता है. इसलिए उसका सम्मान गर्व की बात है. इस मौके पर उन्होंने मेरठ को स्पोर्ट्स हब बनाने का भी ऐलान किया. उन्होंने कहा कि टोक्यो ओलंपिक और टोक्यो पैरालंपिक में जो हमारे खिलाड़ियों ने प्रदर्शन किया है वह अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मेरठ की जब बात आती है तो स्पोर्ट्स आइटम के लिए जाना जाता है, लेकिन उसे वह पहचान नहीं मिली थी. जब हमारी सरकार ने ODOP का आरंभ किया तो मेरठ के खेल उपकरणों को एक नई पहचान मिली. आज मेरठ में खेल यूनिविर्सिटी बन रही है जो प्रदेश के साथ देश भर के खिलाड़ियों के लिए नई दिशा तय करेगा. पूर्व में प्रदेश व देश में पदक जीतने पर सामान्य खिलाड़ियों को ही सम्मान दिया जाता था, लेकिन हमारी सरकार ने प्रदेश समेत देश के पैरा खिलाड़ियों को भी सम्मान देने का फैसला किया है. अपनी दिव्यांगता को दरकिनार को करते हुए इन खिलाड़ियों ने जो टोक्यो पैरालंपिक में प्रदर्शन किया है उससे जाहिर होता है कि खिलाड़ी देश के लिए खेलता है और आज ऐसे खिलाड़ियों का सम्मान गौरव का विषय है.’
अनुराग ठाकुर ने कही ये बात
इससे पहले केंद्रीय मंत्री और यूपी चुनाव प्रभारी ने कहा कि ‘2012 तक हमारे खिलाड़ियों ने पैराओलंपिक में 12 मेडल जीते थे क्योंकि उन्हें सुविधा नहीं मिलती थी, लेकिन इस बार हमारे पैरा खिलाड़ियों ने 19 मेडल जीतकर दिखा दिया कि वह कोई भी मुकाम हासिल कर सकते हैं. आज मेरठ में खेल यूनिवर्सिटी बन रही है, जो मेरठ केवल खेल उपकरण के लिए जाना जाता था उसे एक नई पहचान मिल रही है. मेरठ में मैं कई बार आया था, लेकिन पहले जो डर का एक माहौल था, उस डर को खत्म करने का काम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है.’