स्वर कोकिला लता मंगेशकर का निधन, नेहरू से लेकर मोदी तक ने किया सम्मान


नई दिल्‍ली। आवाज की दुनिया की जादूगरनी कही जाने वाली स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन से गायकी एक स्वर्णिम युग का अंत हो गया। लता दीदी के निधन से भारत देश शोक में डूबा है। उनके निधन पर राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेन्‍द्र मोदी ने शोक व्‍यक्‍त किया है। केंद्र सरकार ने दो दिन के राष्‍ट्रीय शोक की घोषणा की है।

पीएम नरेन्‍द्र मोदी ने अपने ट्वीट में उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है। लता दीदी को देश के प्रथम प्रधानमंत्री दिवंगत पंडित जवाहर लाल नेहरू से नरेंद्र मोदी सभी ने सम्मान दिया है। उनके पार्थिव शरीर का मुंबई के शिवाजी पार्क में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। यहां बता दें कि ये इत्‍तफाक ही है कि जिस गीत ए मेरे वतन के लोगों, ने उन्‍हें एक नई पहचान दी थी उसको लिखने वाले कवि प्रदीप का आज जन्‍मदिन भी है और आज ही लता स्‍वर्ग के लिए प्रस्‍थान कर गईं। महाराष्‍ट्र के मुख्‍यमंत्री कार्यालय ने कहा कि भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने कल (7 फरवरी)को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि गायिका लता मंगेशकर के निधन पर राज्‍य सरकार कल (7 फरवरी) आधे दिन का शोक मनाएगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले 15 दिनों के लिए हर सार्वजनिक स्थान, सरकारी कार्यालय और ट्रैफिक सिग्नल पर भारत रत्न लता मंगेशकर के गाने बजाने की घोषणा की।

अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि लता जी खुद अमर हैं और उनकी ही तरह उनके गाने भी अमर हैं। आठ सालों तक लता जी ने अपने गानों से देश की सेवा की है। लता जी को जितने खिताब दिए गए, मुझे लगता है कि उन खिताबों ने नहीं बल्कि लता जी ने उन्हें लेकर उन खिताबों की शोभा बढ़ाई है। यहां आपको बता दें कि भारत सरकार ने 1987 में लता मंगेशकर को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्‍मानित किया गया था। वर्ष २००१ में उन्‍हें राष्ट्र के लिए उनके योगदान के लिए भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया। वो इस सम्मान को पाने वाली एमएस सुब्बुलक्ष्मी के दूसरी महिला गायिका थींं।


इसके अलावा उन्हें वर्ष २००७ में अपने सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार आफ द लीजन आफ आनर से सम्मानित किया था। 8 जनवरी को कोरोना पाजीटिव पाए जाने के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था। उनके इलाज के दौरान कई बार हालात सामान्‍य हुए तो कई बार गंभीर भी हुए। बीच में हालत में सुधार होने के बाद उन्‍हें वेंटिलेटर से हटा दिया गया था। उनका इलाज कर रहे डाक्‍टरों के मुताबिक, लता मंगेशकर का निधन रविवार सुबह 8:12 मिनट पर मल्‍टी आर्गन फेल्‍योर की वजह से हो गया।