रविवार को प्रदेश के 501 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई लेखपाल भर्ती मुख्य परीक्षा के दौरान एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नक़ल करवाने वाले और सॉल्वर बैठाने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है. यूपी एसटीएफ ने लेखपाल भर्ती परीक्षा के दौरान इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए नक़ल करने वाले अभ्यर्थियों और सॉल्वरों समेत 23 लोगों को गिरफ्तार किया है. सभी गिरफ्तारियां लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, गोंडा और बरेली से की गई है.
एडीजी एसटीएफअमिताभ यश ने बताया कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से नक़ल करवाया जा रहा था. कुल 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. गैंग के सरगना से पूछताछ की जा रही है, ताकि गोरखधंधे में शामिल अन्य लोगों की शिनाख्त हो सके. उन्होंने बताया कि सभी के खिलाफ अलग-अलग जिलों में मुकदमा पंजीकृत किया गया है.
10-10 लाख में हुई डील
एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि प्रयागराज यूनिट ने परीक्षा में गड़बड़ी के मास्टरमाइंड विजय कांत पटेल, उसके सहयोगी दिनेश कुमार यादव और सोनू कुमार को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि विजय ने 7 अभ्यर्थियों से परीक्षा पास करवाने के लिए 10-10 लाख रुपये लिए थे. उसने सभी को ब्लूटूथ इयर बड डिवाइस के साथ परीक्षा देने के लिए भेजा था. परीक्षा केंद्र के बाहर गाडी में बैठकर प्रश्नों के उत्तर बताए जा रहे थे.
ये हुआ बरामद
एडीजी एसटीएफ ने बताया कि आरोपियों के पास से 15 ब्लूटूथ इयर बड, 9 ब्लूटूथ डिवाइस कार्ड, 6 सिम कार्ड, 10 मोबाइल, और 6 इयर बड बरामद किए गए हैं. मास्टरमाइंड विजय कांत पटेल ने एक माह पहले 5 लोगों को ग्रामीण डाक सेवा में भी पैसे लेकर भर्ती करवा चुका है. इसका भी सत्यापन हो चुका है.