तालिबान समूह के लड़ाकों ने एक साल पूरा होने के मौके पर अपना काले और सफेद रंग का झंडा लहराया। तालिबानी प्रवक्ता जबिहुल्लाह मुजाहिद ने कहा आज का दिन झूठ पर सच्चाई की जीत और अफगान की आजादी का है।
अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान को काबिज हुए एक साल पूरा हो गया। इस मौके पर तालिबान ने 15 अगस्त, सोमवार को समारोह का आयोजन किया। गरीबी और कुपोषण का सामना करने वाले अफगानिस्तान को तालिबान ने सुरक्षा तो दी लेकिन उम्मीदें काफी कम। विशेषकर यहां की महिला आबादी का काफी निराश हैं। तालिबान समूह के लड़ाकों ने एक साल पूरा होने के मौके पर अपना काले और सफेद रंग का झंडा लहराया। तालिबानी प्रवक्ता जबिहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, ‘आज का दिन झूठ पर सच्चाई की जीत और अफगान की आजादी का है।’
पहले की तुलना में अब कही अधिक सुरक्षित है देश- तालिबान
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि देश अब कहीं अधिक सुरक्षित है। मुजाहिद ने बताया कि तालिबान लंबे समय से अफगानिस्तानी सेना और अमेरिका सेना के खिलाफ जंग लड़ रहा था। इस बीच साल 2021 के मई महीने में तालिबान ने अलग-अलग इलाकों में जीत हासिल कर ली और 15 अगस्त को काबुल भी पहुंच गया। हालात को देखते हुए तत्कालीन राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया और वहां की सत्ता पर तालिबान ने कब्जा कर लिया। तालिबान के आते ही वहां के हालात काफी खराब हो गए, लोग किसी तरह देश छोड़ भागना चाहते थे इस अफरातफरी में कईयों की जान भी चली गई।
तालिबान ने काबुल में भारतीय दूतावास की सुरक्षा का दिया भरोसा
अफगानिस्तान में सत्तारूढ़ तालिबान ने काबुल में भारतीय दूतावास की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भरोसा दिया है। तालिबान ने अफगानिस्तान में भारत की राजनयिक उपस्थिति का भी स्वागत किया है। पिछले साल अगस्त में तालिबान के सत्ता में आने के बाद भारत ने अफगानिस्तान से अपने दूतावास के कर्मचारियों को वापस बुला लिया था। तालिबान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही हम उनका पूरा ध्यान रखेंगे और उनके काम में सहयोग भी करेंगे।