देश के कई हिस्सों में अगस्त के महीने में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ते दिख रहे हैं। कोविड और स्वाइन फ्लू के लक्षण एक तरह के इसलिए इनके बीच के फर्क को समझना ज़रूरी है। कोविड टेस्ट के साथ H1N1 टेस्ट कराना भी ज़रूरी है।
कोरोना वायरस महामारी से पहले, स्वाइन फ्लू एक ऐसा वायरस था जिसने दुनिया के कई हिस्सों में कोहराम मचाया था। हाल ही में, देश में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़े हैं। दिल्ली में अगस्त के महीने में स्वाइन फ्लू के 15 मामले सामने आए हैं, वहीं महाराष्ट्र में 1500 मामले देखे गए। कई मरीज़ स्वाइन फ्लू के लक्षणों को कोविड समझ रहे हैं, जिसकी वजह से इलाज सही तरीके से नहीं हो रहा और बीमारी फैल रही है।
इसलिए ज़रूरी है कि हम स्वाइन फ्लू और कोविड-19 संक्रमण में फर्क को समझें।
फिर क्यों बढ़ रहे हैं स्वाइन फ्लू के मामले
वायरस आमतौर पर बरसात के मौसम में ज़्यादा सक्रीय हो जाते हैं। स्वाइन फ्लू भी एक तरह का इन्फ्लूएंज़ा ही है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का मानना है कि वजह कोरोना वायरस महामारी से जुड़ी भी हो सकती है।
स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू एक मानव श्वसन संक्रमण है, जो एक इन्फ्लूएंज़ा स्ट्रेन के कारण होता है, जो पहले सिर्फ सूअरों को प्रभावित करता था। साल 2009 में पहली बार मनुष्य में स्वाइन फ्लू का मामला आने पर WHO ने इसे महामारी घोषित किया। H1N1 वायरस के आम लक्षण:
- बुखार
- ठंड लगना
- खांसी
- गले में ख़राश
- नाक बहना या नाक बंद होना
- आंखों में पानी आना और लाल होना
- बदन दर्द
- थकान
- सिर दर्द
यह लक्षण वायरस के संपर्क में आने के एक से 3 दिन बाद दिखने शुरू होते हैं।
स्वाइन फ्लू से कैसे अलग है कोविड?
कोविड-19, स्वाइन फ्लू की तुलना कहीं ज़्यादा संक्रामक है। इन दोनों संक्रमण के कई ऐसे लक्षण हैं, जो एक जैसे हैं। हालांकि, कोविड-19 में दिखने वाले कुछ लक्षण, जैसे, सुगंध और स्वाद का न आना, सांस फूलना और शरीर पर चकत्ते, स्वाइन फ्लू में काफी कम दिखते हैं। उल्टी, मतली और दस्त कोविड-19 के आम लक्षण हैं, जो स्वाइन फ्लू के गंभीर संक्रमण में दिखते हैं। वहीं, दूसरी ओर, स्वाइन फ्लू में छींके आना आम है, जो इस वक्त कोविड में कम देखा जा रहा है।
एक तरह के लक्षण कर रहे हैं कंफ्यूज़
लक्षण जो दोनों संक्रमण में नज़र आते हैं:
- बुखार
- बदन दर्द
- थकान
- सिर दर्द
- नाक का बहना
- खांसी
- गले में खराश
- ठंड लगना
कोविड-19 और स्वाइन फ्लू का टेस्ट ज़रूर कराएं
क्योंकि इन दोनों संक्रमण के लक्षण काफी एक तरह के हैं, इसलिए ज़रूरी है कि इसका सही निदान हो। इसके लिए लक्षण दिखने पर कोविड-19 के साथ स्वाइन फ्लू का टेस्ट भी कराएं।