जानिए कितनी उम्र में ब्लड कोलेस्ट्रॉल चेकअप की शुरुआत करे

शरीर में कोलेस्ट्रॉल विटामिन-डी हार्मोन्स और पित्त का निर्माण करता है जो वसा को पचाने में मदद करते हैं। इतने अहम काम के बावजूद कोलेस्ट्रॉल को किसी विलेन से कम नहीं माना जाता। ऐसा इसलिए क्योंकि हाई कोलेस्ट्रॉल हार्ट अटैक और स्ट्रोक का कारण बनता है।

 कोलेस्ट्रॉल मोम की तरह का पदार्थ होता है, जो रक्त में पाया जाता है। शरीर को कई तरह के कामों के लिए इसकी आवश्यकता होती है। सेहत बनाए रखने में शरीर की मदद के बावजूद कोलेस्ट्रॉल आपकी ज़िंदगी में विलेन का किरदार निभाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि रक्त में कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर रक्त वाहिकाओं पर जमा हो जाता है, जिससे वे सिकुड़ जाती हैं और रक्त का प्रवाह प्रभावित होता है। कभी-कभी ये जमा हुआ कोलेस्ट्रॉल टूट जाता है और थक्का बन जाता है जिससे दिल का दौरा या स्ट्रोक पड़ता है।

हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण आपको तब तक नज़र नहीं आएंगे, जब तक ये आखिरी स्टेज पर न पहुंच जाए और तब तक काफी देर भी हो जाती है। इसलिए इस स्थिति से बचने के लिए ज़रूरी है कि समय-समय पर इसकी जांच करते रहें।

ब्लड कोलेस्ट्रॉल के लिए टेस्ट किस उम्र से शुरू कर देना चाहिए?

अमेरिकन हार्ट असोसिएशन के अनुसार, ब्लड कोलेस्ट्रॉल स्तर का टेस्ट 20 साल की उम्र से शुरू करा देना चाहिए। बच्चों में लिपिड के स्तर की टेस्टिंग तब एक बार होनी चाहिए जब वे 9 साल के हो जाएं। दूसरी बार जब वे 17 से 20 साल की उम्र के बीच हों। अमेरिका के CDC के अनुसार, कोलेस्ट्रॉल पर चेक बचपन से ही रखना शुरू कर देना चाहिए।

उम्र के अनुसार, कोलेस्ट्रॉल का सही स्तर क्या होना चाहिए?

19 साल की उम्र तक, कुल कोलेस्ट्रॉल का स्तर 170 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से नीचे रहना चाहिए। वयस्कों में कोलेस्ट्रॉल का सामान्य स्तर 200 से कम होना चाहिए। 200 और 239 के बीच ब्लड कोलेस्ट्रॉल वाले व्यक्ति को बॉर्डरलाइन पर कहा जाता है। कोलेस्ट्रॉल को थ्रेशोल्ड लेवल से नीचे रखना बहुत जरूरी है।

परिवार में हाई कोलेस्ट्रॉल का इतिहास भी बड़ा फैक्टर होता है

हाई कोलेस्ट्रॉल के मामले में जेनेटिक्स का अहम रोल होता है। जिन लोगों के परिवार में हाई कोलेस्ट्रॉल का इतिहास रहा होता है, वे कम उम्र में ही इस बीमारी का शिकार हो जाते हैं। अगर आपके परिवार में कोई इस बीमारी से जूझ रहा है, तो आपका जोखिम भी बढ़ जाता है। अगर परिवार में किसी को हार्ट अटैक हुआ है, तो आपको भी अपना ब्लड कोलेस्ट्रॉल स्तर चेक कराना चाहिए।

हाई कोलेस्ट्रॉल कई जानलेवा बीमारियों का कारण है

हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से कई गंभीर बीमारियां आपको शिकार बना सकती हैं:

– सीने में दर्द या एनजाइना

– दिल का दौरा

– स्ट्रोक

कुछ चिकित्सीय स्थितियां हैं, जो वास्तव में शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाती हैं: किडनी की बीमारी, डायबिटीज़, एचआईवी/एड्स, हाइपोथायरायडिज़्म, और ल्यूपस।

हाई कोलेस्ट्रॉल को कैसे मैनेज किया जाए?

सही डाइट, एक्सरसाइज़ और खराब आदतों से दूर रहा जाए, तो आपका ब्लड कोलेस्ट्रॉल का स्तर सही रहेगा।

एक उम्र के बाद ब्लड कोलेस्ट्रॉल कई वजहों से बढ़ने लगता है, इस स्तर को सही रखने के लिए आपको लाइफस्टाइल में बदलाव करने होंगे। कोलेस्ट्रॉल से जुड़े लक्षणों का इंतज़ार न करें। कम उम्र से ही इसकी जांच गंभीर बीमारी से आपको बचा सकती है।

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