ब्रिटेन की गृह मंत्री भारतीय मूल की प्रीति पटेल ने दिया इस्तीफा

गृह मंत्री के रूप में प्रीति पटेल की लगातार आलोचना होती रहती थी। यहां तक कि आलोचकों ने उनके इस्तीफे को पिंड छूटना बताते हुए उन्हें सबसे खराब गृह मंत्री बता डाला।

ब्रिटिश पीएम के चुनाव में लिज ट्रस की जीत के तुरंत बाद ब्रिटेन की गृह मंत्री भारतीय मूल की प्रीति पटेल ने इस्तीफा दे दिया। हालांकि गुजराती मूल की पटेल ने देश के निवर्तमान प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को लिखे त्याग पत्र में कहा कि वह प्रधानमंत्री पद के लिए निर्वाचित हुईं लिज ट्रस का संसद में समर्थन करेंगी। लेकिन उनका इस्तीफा देना देश की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है।

इस्तीफे में लिज ट्रस को दी बधाई
दरअसल, प्रीति पटेल ने जॉनसन को लिखे पत्र में पद की जिम्मेदारी संभालते हुए अपनी कई उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने अवैध आव्रजन की समस्या से निपटने के लिए भारत एवं अन्य देशों के साथ आव्रजन और गतिशीलता भागीदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने का जिक्र किया। उन्होंने अपने त्याग पत्र में लिखा कि मैं लिज ट्रस को पार्टी का नया नेता चुने जाने पर बधाई देती हूं और उन्हें हमारे नए प्रधानमंत्री के रूप में अपना समर्थन दूंगी।

बोरिस जॉनसन की करीबी सहयोगी रहीं
ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक निवर्तमान प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की करीबी सहयोगी रहीं भारतीय मूल की वरिष्ठ मंत्री पटेल को ट्रस के करीबी सहयोगियों में शामिल नहीं किए जाने की व्यापक संभावना जताई जा रही थी। लिज ट्रस की जीत से पहले ही ऐसी रिपोर्ट्स थीं कि ट्रस प्रधानमंत्री बनते ही पटेल को गृहमंत्री पद से हटा देंगी।

इस्तीफे की टाइमिंग सवालों के घेरे में
इसके बाद ऐसा हुआ भी, ब्रिटेन की नव नियुक्त प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने भारतीय मूल की सुएला ब्रेवरमैन को गृह मंत्री नियुक्त करने समेत अपनी कैबिनेट के शीर्ष पदों पर नियुक्ति की मंगलवार को घोषणा कर दी। ऐसे में प्रीति पटेल ने पहले ही इस्तीफा देना उचित समझा। लेकिन इसके बावजूद भी लिज ट्रस की जीत के तुरंत बाद प्रीति पटेल के इस्तीफा देने की टाइमिंग सवालों के घेरे में है।

पता था कि लिज ट्रस बाहर करेंगी
हालांकि प्रीति पटेल एकमात्र मंत्री नहीं हैं, जिन्होंने ट्रस की जीत के बाद कैबिनेट से इस्तीफा दिया है। संस्कृति मंत्री नैडिन डोरिस ने भी ट्रस की जीत के बाद पद से इस्तीफा दे दिया लेकिन उन्हें पद पर बने रहने को कहा गया। जबकि प्रीति पटेल के मामले में उन्हें इस तरह कैबिनेट में बने रहने की कोई पेशकश नहीं की गई। प्रीति पटेल ने लिज ट्रस द्वारा बाहर का रास्ता दिखाए जाने की शर्मिंदगी से खुद को बचाते हुए इस्तीफा देना सही समझा।

लगातार आलोचना होती रही
वैसे भी गृह मंत्री के रूप में प्रीति पटेल की लगातार आलोचना होती रहती थी। यहां तक कि आलोचकों ने उनके इस्तीफे को पिंड छूटना बताते हुए उन्हें सबसे खराब गृह मंत्री बता डाला। उधर लिज ट्रस ने भारतीय मूल की एक और महिला सुएला ब्रेवरमैन को गृह मंत्री बनाया है। सुएला प्रीति पटेल की जगह लेंगी।

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