
10 नवंबर 2022 के दिन भाद्रपद पूर्णिमा व्रत रखा जाएगा। यह दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित है। मान्यता है कि इस दिन सत्यनारायण भगवान की पूजा करने से भक्तों को विशेष लाभ होता है।
हिन्दू धर्म में भाद्रपद पूर्णिमा बहुत महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा करने से भक्तों को बहुत लाभ मिलता है। इस वर्ष भाद्रपद पूर्णिमा 10 नवंबर 2022 के दिन पड़ रहा है। इस तिथि को श्राद्ध पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन से श्राद्ध पक्ष का आरम्भ हो जाता है। इस दिन श्रद्धालु पितरों की आत्मा की शांति के लिए और उनकी मुक्ति के लिए स्नान, पूजा-पाठ, तर्पण, दान आदि करते हैं। साथ ही इस दिन सत्यनारायण भगवान की पूजा और उनकी कथा का पाठ करने से भक्तों को विशेष लाभ होता है। आइए जानते हैं क्या है भाद्रपद पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त और क्या है सत्यनारायण भगवान की पूजा का महत्व।
भाद्रपद पूर्णिमा 2022 शुभ मुहूर्त
पूर्णिमा तिथि आरम्भ: 09 सितंबर 2022, शाम 06:07 से
पूर्णिमा तिथि समाप्त: 10 सितंबर 2022, दोपहर 03:28 मिनट तक
व्रत तिथि: 10 सितंबर 2022
पूजा शुभ मुहूर्त: सुबह 11:59 मिनट से दोपहर 12:49 मिनट तक
चंद्रोदय समय: शाम 06:49 मिनट से
भादप्रद पूण्रिमा पूजा महत्व
शास्त्रों के अनुसार भाद्रपद पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण भगवान की पूजा करने से और उनकी कथा का पाठ करने से भक्तों को धन, ऐश्वर्य और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही यह मान्यता भी है कि व्यक्ति मोक्ष की प्राप्ति भी होती है और व्यक्ति के जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इस दिन व्रत रखने से और विधिवत पूजा-पाठ करने से भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है. वहीं पिछले जन्म के सभी पाप व दोष दूर हो जाते हैं।