शिवसेना पर काबिज होने को लेकर शिंंदे और उद्धव गुट के बीच लड़ाई थमती नहीं दिख रही। फिलहाल दोनों के बीच नया टकराव पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘तीर-धनुष’ पर अधिकार को लेकर है। इसे लेकर शिंदे गुट पहले ही अपना दावा चुनाव आयोग के सामने ठोंक चुका है। साथ ही राज्य के अंधेरी पूर्व विधानसभा के होने वाले उपचुनाव में उन्हें तीर-धनुष चुनाव चिन्ह आवंटित करने की मांग की है।
चुनाव चिह्न किया जा सकता है फ्रीज
हालांकि इस पर कोई फैसला लेने से पहले चुनाव आयोग ने उद्धव गुट को नोटिस जारी कर आठ अक्टूबर को दो बजे तक अपनी पक्ष रखने के लिए कहा है। माना जा रहा है कि फिलहाल इस चुनाव चिह्न को फ्रीज किया जा सकता है। महाराष्ट्र की रिक्त हो गई अंधेरी पूर्व विधानसभा के लिए चुनाव आयोग ने उपचुनाव की घोषणा कर दी है। इसके लिए सात अक्टूबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जो 14 अक्टूबर तक चलेगी जबकि चुनाव तीन नवंबर को होने हैं।
चुनाव चिन्ह आवंटित करने की मांग
ऐसे में शिंदे गुट ने आयोग से पार्टी का चुनाव चिन्ह आवंटित करने की मांग की है। हालांकि आयोग ने इस पर कोई फैसला लेने से पहले उद्धव ठाकरे को नोटिस जारी कर इसे लेकर अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। इसके लिए आठ अक्टूबर को दोपहर दो बजे तक का समय दिया है। फिलहाल जिस तरह से दोनों के बीच पार्टी पर अधिकार को लेकर लड़ाई चरम पर है।
किसी को नहीं दिया जाएगा चुनाव चिन्ह..?
ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी का अधिकृत चुनाव चिन्ह आयोग किसी को भी न दें। गौरतलब है कि लोक जनशक्ति पार्टी को लेकर ऐसे ही एक विवाद में चुनाव आयोग ने पार्टी का चुनाव चिन्ह जब्त कर लिया था। साथ ही दोनों गुटों को अलग-अलग चुनाव चिन्ह आवंटित किया था। खास बात यह है कि शिवसेना पर अधिकार को लेकर दोनों गुटों के बीच सिर्फ चुनाव आयोग तक ही नहीं है, बल्कि दोनों ही गुट इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा चुके हैं।