शम्मी कपूर ने गीता की मौत के चार साल के बाद उन्होंने नीला देवी से शादी कर ली थी। नीला एक राजशाही परिवार से थीं। उनसे शादी के लिए शम्मी ने एक शर्त रखी थी कि वो कभी मां नहीं बनेंगी और गीता के बच्चों को ही पालना होगा। नीला देवी ने शर्त को मान लीं। वह ताउम्र मां नहीं बनी और गीता के बच्चों को ही अपना माना। शम्मी कपूर ने अपने पांच दशक के लंबे करियर में लगभग 200 फिल्मों में काम किया। उन्होंने लैला मजनू नकाब तुमसा नहीं देखा रात की रानी और बसंत जैसी कई ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों में काम किया।
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता शम्मी कपूर आज भले ही इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन अपने दमदार अभिनय के दम पर वो आज भी वो फैंस के दिलों में जिंदा हैं। उन्होंने अपने करियर में कई बड़ी हिट फिल्में दीं। आज शम्मी कपूर की बर्थ एनिवर्सरी है। उनका जन्म 21 अक्टूबर, 1931 को पृथ्वीराज कपूर के घर में हुआ था। पृथ्वीराज कपूर हिंदी सिनेमा के न केवल शानदार कलाकार थे बल्कि बेहतरीन फिल्मकार भी थे। आज शम्मी के जन्मदिन पर हम उनके बारे में आपको कई दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में आप जरूर जानना चाहेंगे…
मुमताज को किया था शादी के लिए प्रपोज
शम्मी कपूर प्रोफेशनल लाइफ के अलावा अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी खूब सुर्खियों में रहे थे। उनका नाम अभिनेत्री मुमताज संग काफी चर्चा में रहा था। मुमताज जब 18 साल की थीं तभी शम्मी कपूर ने उन्हें शादी के लिए प्रपोज कर दिया था। मुमताज भी शम्मी से प्यार करती थीं। शम्मी चाहते थे कि वो अपना फिल्मी करियर छोड़कर उनसे शादी कर लें, लेकिन मुमताज ने इनकार कर दिया। क्योंकि उस वक्त पृथ्वीराज कपूर के घर की बहुएं फिल्मों में काम नहीं कर सकती थीं।
गीता बाली पर आया शम्मी का दिल
मुमताज के इनकार के बाद शम्मी कपूर ने खुद से उम्र में बड़ी अभिनेत्री गीता बाली से शादी की। उन्होंने ये शादी घर वालों की मर्जी के खिलाफ जाकर की थी, लेकिन, 1965 में चेचक की वजह से गीता बाली की मृत्यु हो गई। पत्नी के निधन का झटका शम्मी पर इस तरह पड़ा की उन्होंने खुद पर ध्यान देना ही छोड़ दिया। वजन बहुत बढ़ गया और इससे बतौर हीरो उनका करियर भी प्रभावित हुआ। शम्मी के बच्चे छोटे होने की वजह से उन पर दूसरी शादी का दबाव बनाया गया।
ये था शम्मी के बचपन का नाम
शम्मी कपूर के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर एक्टर के बचपन का नाम शमशेर राज कपूर था। घर में फिल्मी माहौल होने की वजह से वो शुरू से ही अभिनय के क्षेत्र में आना चाहते थे। उन्होंने पिता के पृथ्वी थिएटर में अभिनय की बारीकियां सीखीं। इसके बाद शम्मी ने फिल्म ‘जीवन ज्योति’ से बॉलीवुड में कदम रखा। पहली ही फिल्म में दर्शकों ने उनके अभिनय को पसंद किया। ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों से शुरुआत करने वाले शम्मी ने हिंदी सिनेमा जगत में एक अलग ही इतिहास रच दिया। शम्मी कपूर ने गीता की मौत के चार साल के बाद उन्होंने नीला देवी से शादी कर ली थी। नीला एक राजशाही परिवार से थीं। उनसे शादी के लिए शम्मी ने एक शर्त रखी थी कि वो कभी मां नहीं बनेंगी और गीता के बच्चों को ही पालना होगा। नीला देवी ने शर्त को मान लीं। वह ताउम्र मां नहीं बनी और गीता के बच्चों को ही अपना माना।