लाहौर में लगे इमरान के खिलाफ घड़ी चोर के नारे …

इमरान खान की पार्टी सरकार के खिलाफ लान्‍ग मार्च पर निकली है। इससे पहले उनके खिलाफ लाहौर में घड़ी चोर के नारे लगाए गए। ये नारेबाजी पीटीआई समर्थक वकीलों ने की थी। इसको लेकर एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।

पाकिस्‍तान में राजनीतिक सरगर्मियां काफी तेज हो गई हैं। पीटीआई की सरकार को केंद्र से हटाने के लिए जिस तहर से पाकिस्‍तान डेमोक्रेटिक एलाइंस ने देश भर में रैलियां की थीं अब उसी राह पर इमरान खान भी चल रहे हैं। इमरान खान ने लाहौर से इस्‍लामाबाद तक का एक लान्‍ग मार्च शुरू कर दिया है। हालांकि इमरान खान ने कहा है कि ये सरकार को गिराने के मकसद से नहीं किया जा रहा है बल्कि लोगों को इस बात के लिए जागरुक करने के लिए किया जा रहा है जिससे आगे कभी कोई विदेशी ताकत देश की सरकार को गिराने में कामयाब न हो सके। उन्‍होंने ये भी कहा है कि देश के लोगों को अपनी सरकार को चुनने का अधिकार होना चाह‍िए, ये लान्‍ग मार्च इसलिए ही है। 

पूरी तरह से तैयार केंद्र सरकार 

वहीं दूसरी तरफ शहबाज शरीफ सरकार ने भी इससे निपटने की तैयारी पूरी कर ली है। इस्‍लामाबाद में पीटीआई का लान्‍ग मार्च 4 अक्‍टूबर को पहुंचेगा। इसको देखते हुए सरकार ने चप्‍पे चप्‍पे पर सुरक्षा व्‍यवस्‍था को कड़ा किया गया है। जगह-जगह फायर ब्रिगेड की गाडि़यां और सुरक्षा कर्मी मौजूद हैं। सरकार ने इसको देखते हुए सुरक्षाबलों और पीटीआई को भी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। पीटीआई ने ये लान्‍ग मार्च शांतिपूर्ण करने का वादा किया है। 

इमरान के खिलाफ घड़ी चोर के नारे 

इससे पहले गुरुवार को पूर्व पीएम इमरान खान को उस वक्‍त बड़ी खराब स्थिति से गुजरना पड़ा जब लाहौर में उनके सामने घड़ी चोर के नारे लगाए गए। इमरान लाहौर बार एसोसिएशन के आफिस में कुछ अन्‍य वकीलों के साथ वहां पर पहुंचे थे, तभी वहां मौजूद अन्‍य वकीलों ने उनके खिलाफ घड़ी चोर के नारे लगाए। इसको लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी काफी वायरल रहा है। इसमें वकीलों को अब पूरी दुनिया बोलेगी घड़ी चोर, घड़ी चोर, कहते हुए सुना जा सकता है। इस वीडियो में पीटीआई समर्थक वकील नारा लगाने वाले वकीलों को पीछे धक्‍का देते भी दिखाई दे रहे हैं। इमरान खान की पार्टी ने इस घटना के लिए पीएमएल-एन को जिम्‍मेदार ठहराया है।

तोशाखाना मामले में लगे नारे 

ये नारे दरअसल, तोशाखाना मामले को देखते हुए लगाए गए थे जिसमें पिछले सप्‍ताह ही देश के चुनाव आयोग ने उन्‍हें अयोग्‍य करार दिया था। आयोग का कहना था कि इमरान खान ने न सिर्फ तोशाखाना से सरकार को मिले दो गिफ्ट बेचकर धन इकट्ठा किया बल्कि इसकी सूचना को भी छिपाया और आयोग को गलत जानकारी मुहैया कराई थी। ये मामला पीएमएल-एन के नेता द्वारा अगस्‍त में चुनाव आयोग में दायर किया गया था। इसके खिलाफ इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कोर्ट ने उन्‍हें बड़ी राहत देते हुए कहा है कि वो चुनाव लड़ सकते हैं।

पहले से ही थी पीटीआई को आशंका 

तोशाखाना मामले में ईसीपी ने जो फैसला सुनाया है उसको लेकर इमरान खान और उनकी पार्टी की तरफ से पहले ही आशंका जाहिर की गई थी। यही वजह है कि आयोग में ये मामला दायर होते ही पीटीआई ने देश के मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने और उन्‍हें हटाने के लिए भी कोर्ट में याचिका दायर की थी। इमरान खान की पार्टी पीटीआई का आरोप है कि मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त सरकार के हितैषी बनकर पीटीआई के खिलाफ फैसला सुना रहे हैं। इस तरह से वो नियमों को भी ताक पर रख रहे हैं और अपनी जिम्‍मेदारी का निर्वाहन भी ठीक से नहीं कर रहे हैं। इसलिए उन्‍हें पद से बर्खास्‍त किया जाना चाहिए।

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